सवाई माधोपुर. जिले के आवासन मंडल में भारत स्काउट एवं गाइड कार्यालय भवन परिसर में जिला स्तरीय वन महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया. सामाजिक वानिकी के तहत इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. जिसमें कलेक्टर डॉ सत्यपाल सिंह अतिरिक्त जिला कलेक्टर महेंद्र लोढ़ा सहित जिले के कई आला अधिकारियों ने शिरकत की.
जिला स्तरीय वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन वन महोत्सव के दौरान जिला कलेक्टर एसपी सिंह ने और एडीएम महेंद्र लोढ़ा ने पौधारोपण किया. वहीं मौके पर मौजूद कई अन्य अधिकारियों एवं स्कूली बच्चों से भी पौधारोपण कार्य करवाया. उन्होंने स्काउट गाइड सीओ शरद कुमार को समूचे कार्यालय परिसर में पौधारोपण करवाने के निर्देश दिए. साथ ही कलेक्टर ने सीईओ शरद कुमार को स्काउट गाइड भवन परिसर में 7 दिनों तक लगातार पौधरोपण करवाने का निर्देश दिया.
इसके पश्चात उन्होंने समारोह में शिरकत करते हुए स्कूली बच्चों से एवं गणमान्य नागरिकों से पौधारोपण करने का आह्वान किया. उनका कहना था कि पौधे जीवन के लिए बेहद आवश्यक हैं. वहीं हरियाली से वातावरण और भी सुंदर तथा सुशोभित रहता है. सामाजिक वानिकी के अधिकारियों को जिला कलेक्टर के अनवरत हरित अभियान के तहत पौधारोपण करने का आह्वान किया. साथ ही पौधारोपण के दौरान उनके संरक्षण की नैतिक जिम्मेदारी भी तय की गई.
जल शक्ति अभियान के तहत सवाई माधोपुर पहुंचा 6 सदस्यीय केंद्रीय दल
जल शक्ति अभियान के तहत नोडल अधिकारी अरविंद नौटियाल के नेतृत्व में 6 सदस्यीय केंद्रीय दल सवाई माधोपुर पहुंचा. नौटियाल ने आज जिले की बामनवास तहसील में विभिन्न जल संरचनाओं का निरीक्षण किया और जल संचय के संबंध में की गई गतिविधियों की जानकारी हासिल की.
केन्द्रीय दल ने जिले में किए गए जल संचय के कार्यों की सराहना की और भावी गतिविधियों के लिए आमजन से सुझाव भी मांगे. केन्द्रीय दल ने भावड़ में बने फॉर्म पौन्ड् का निरीक्षण किया. इस दौरान आमजन ने बताया कि सरकार के सहयोग से बने फॉर्म पौन्ड किसानों के लिए वरदान साबित हुए हैं और इससे क्षेत्र में जल का स्तर भी बढ़ा है.
उन्होंने केन्द्रीय दल से फॉर्म पौन्ड के साथ पंपिंग सेट उपलब्ध करवाने की योजना बनाने की मांग रखी. इसके पश्चात केन्द्रीय दल के सदस्यों ने बाटोदा में माइनर परकोलेशन टैंक(एमपीटी) का निरीक्षण किया. केन्द्रीय दल को जानकारी दी गई कि वाटरशेड विभाग के सहयोग से तैयार इस एमपीटी से सिंचाई में मदद मिलती है और साथ ही जानवरों के लिए पीने के पानी की भी कमी नहीं होती है.
केन्द्रीय दल ने इस तरह की संरचनाओं की संख्या बढ़ाने तथा इनके सुदृढ़ीकरण के निर्देश दिए. केन्द्रीय दल ने जाखोलास में सिंचाई तथा वाटरशेड विभाग के सहयोग से तैयार फोर वाटर कन्सेप्ट पर आधारित संरचना का भी अवलोकन किया. जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियन्ता केदार मीना ने बताया कि यहां वर्षा जल, मृदा जल, सतही जल तथा भू-जल का संरक्षण किया जाता है. केन्द्रीय नोडल अधिकारी नौटियाल ने प्राकृतिक ढलान पर इस तरह की और संरचनाएं निर्मित करने का सुझाव दिया.
नौटियाल ने कहा कि जल संरक्षण सिर्फ सरकार का ही दायित्व नहीं बल्कि आमजन का भी दायित्व है. उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे कामों में भी पानी बचाकर जल शक्ति अभियान में अपना योगदान दिया जा सकता है. उन्होंने जिले में जल संचयन के कार्यों की सराहना करते हुए उम्मीद जताई की आने वाले महीनों में इससे भी बेहतर कार्य आमजन से सहयोग से सम्पन्न होंगे.