सवाई माधोपुर. रणथंभौर नेशनल पार्क में घूमते समय बाघिन रिद्धि पिछले दिनों संघर्ष में चोटिल हो गई थी. बुधवार को वन विभाग की टीम ने बाघिन को ट्रेंकुलाइज किया. इसके बाद बाद पशु चिकित्सकों की ओर से बाघिन रिद्धि का उपचार किया गया. उपचार के बाद बाघिन रिद्धि को जंगल में छोड़ दिया गया है.
पढ़ें:भीलवाड़ा के ज्वेलर की पत्नी और इकलौते बेटे की चेन्नई में हत्या, 15 किलो सोना-100 किलो चांदी लूटी
जानकारी में सामने आया कि पिछले दिनों रणथंभौर के जोन नम्बर तीन में बाघिन रिद्धि की अपनी ही बहन बाघिन सिद्धि से क्षेत्राधिकार को लेकर आपसी संघर्ष हो गया था. इसमें बाघिन रिद्धि के पैर और जीभ में गहरी चोट आई थी. इसकी जानकारी बाघिन रिद्धि पर नजर रख रहे वनकर्मियों को मिली. जिसके बाद वन विभाग की और से उच्च अधिकारियों को सूचना दी गई. घायल बाघिन का उपचार करने का निर्णय किया गया. उपचार के लिए बाघिन रिद्धि को ट्रंकुलाइज किया गया. बाद में पशु चिकित्सक डॉ. चंद्र प्रकाश मीना, डॉ. राजीव गर्ग ने बाघिन का उपचार किया.
उपचार के दौरान सीसीएफ टीसी वर्मा सहित वन विभाग के आलाधिकारी भी मौजूद रहे. उपचार के बाद बाघिन रिद्धि को फिर से रणथंभौर के जंगलों में छोड़ दिया गया है. कई बार क्षेत्राधिकार को लेकर बाघिन रिद्धि और बाघिन सिद्धि में संघर्ष हो चुका है.