अजमेर.शहर में राजस्थान पुलिस की ओर से महिला एवं बाल अत्याचारों के विरुद्ध आवाज अभियान चलाया गया है. इस अभियान का मूल उद्देश्य पीड़ित महिलाओं और बच्चों को न्याय दिलवाना है. इस अभियान के तहत अलवर जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम के संयोजन में वेबीनार का आयोजन किया गया.
जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी भाग लिया और महिला अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की. वेबीनार के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के कुलपति पूनम सक्सेना रही. जिसमें बिहार में मुख्य सचिव निरंजन आर्य, राजस्थान पुलिस के मुख्य डीजी एम एल लाठर, आईपीएस प्रीति जैन सहित अन्य ने भी भाग लिया. इस दौरान सबी ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए अपने सुझाव दिए. साथ ही आमजन से इसके लिए आवाज बुलंद करने का आह्वान भी किया.
अजमेर डीएसपी गीता चौधरी के नेतृत्व में महिला थाने के अधिकारी पुलिस कर्मी, अन्य युवतियों और महिलाओं ने भी भाग लिया. डीएसपी चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के लिए राजस्थान पुलिस बेहद गंभीर है और ऐसे अपराध कार्य करने वाले लोगों को सबक सिखाकर इन अपराधों में कमी लाने का उनका उद्देश्य है. पुलिस की आवाज अभियान के बाद महिलाओं ने अपने खिलाफ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाना भी शुरू कर दिया है. उन्होंने आमजन से भी ऐसे अपराधों के साथ खड़े होने और पुलिस को अवगत करवाने की भी अपील की है.
देवगढ़ में हम सब बने 'बेखौफ आवाज' वेबिनार का आयोजन हुआ
राजसमंद के देवगढ़ क्षेत्र में सोमवार को राजस्थान पुलिस की ओर से हम सब बने 'बेखौफ आवाज ' वेबिनार का आयोजन किया गया. इस वेबिनार का उद्देश्य महिला एवं बाल अत्याचारों पर लगाम लगाना था. इस वेबिनार में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्य मंत्री महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ममता भूपेश, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल, मुख्य सचिव निरंजन कुमार, राजस्थान पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने महिला एवं बाल सुरक्षा और सशक्तिकरण हेतु कर्तव्य और अधिकार पर चर्चा की गई.