देवगढ़ (राजसमंद). क्षेत्र में सोमवार को पूर्व शिक्षा मंत्री और राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी का पार्थिव शव जयपुर के सड़क मार्ग से भीम-देवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने विधायक पर पुष्प वर्षा कर हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की.
भीम-देवगढ़ में किरण माहेश्वरी को श्रद्धांजलि देने लोग सड़क के दोनों ओर खड़े एंबुलेंस का इंतजार करते रहे राजसमंद विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री किरण महेश्वरी का पार्थिव देह सोमवार दोपहर भीम पहुंचने पर भाजपा मंडल कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक हरि सिंह रावत, पूर्व जिला प्रमुख प्रवेश कुमार सालवी, पूर्व प्रधान नरेंद्र कुमार बागड़ी के नेतृत्व में पुष्पांजलि अर्पित करते हुए नम आंखों से हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की. बता दें कि किरण माहेश्वरी का कोविड-19 से संक्रमित होने पर लंबे समय से उपचार चल रहा था, लेकिन रविवार देर रात्रि उनका निधन हो गया.
पढ़ें-राजस्थान में कोरोना के 2677 नए मामले, जयपुर में टूटा रिकॉर्ड...1 दिन में सर्वाधिक मामले दर्ज
किरण माहेश्वरी के निधन की खबर सुनकर भाजपा मंडल कार्यकर्ताओं में शोक की लहर छा गई. इस दौरान किरण माहेश्वरी का पार्थिव देह राष्ट्रीय राजमार्ग से राजसमंद गुजरने के दौरान भीम कस्बे में पहुंचने पर भाजपा मंडल कार्यकर्ताओं ने शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की.
किरण माहेश्वरी ने दुर्गा वाहिनी की प्रमुख के तौर पर शुरू किया राजनीतिक करियर
किरण माहेश्वरी ने साल 1987 से 90 तक हिंदू संगठन दुर्गा वाहिनी की प्रमुख के तौर पर राजनीतिक करियर शुरू किया था. इसके बाद साल 1992 से 1995 तक वह राजस्थान सोशल वेलफेयर बोर्ड की मेंबर बनी. साल 1990 से 1992 तक BJP महिला मोर्चा की जिला महामंत्री रही. इसके बाद में साल 1993 से 1994 तक उनको महिला मोर्चा देहात की जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई. साल 1994 में उदयपुर नगर परिषद पार्षद का चुनाव किरण माहेश्वरी ने लड़ा और पार्षद चुनाव जीतकर उन्हें उदयपुर की सभापति बनाया गया. साल 1999 तक उन्होंने सभापति के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया.
पढ़ें-राजस्थान : जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के तीसरे चरण का चुनाव कल...मतदान की सभी तैयारियां पूरी
साल 2002 से 2003 तक वह भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य बनी. साल 2004 में उदयपुर की सांसद चुनी गई. साल 2004 में उन्हें भाजपा राष्ट्रीय महासचिव और 2007 में महिला मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई. इसके बाद में साल 2008 में किरण माहेश्वरी राजसमंद विधायक बनीं और वसुंधरा सरकार में मंत्री भी बनीं. साल 2013 में एक बार फिर से चुनाव जीत विधानसभा पहुंचीं थीं और वर्तमान में राजसमंद से विधायक थे.
किरण माहेश्वरी को नम आंखों से भावभीनी श्रद्धांजलि
राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी के निधन की खबर मिलने के बाद से ही संभाग में शोक की लहर दौड़ पड़ी. राजसमंद के भाजपा पदाधिकारी हो या कार्यकर्ता सभी नम आंखों से उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से भावभीनी श्रद्धांजलि देने लगे. सुबह माहेश्वरी का पार्थिव देह गुड़गांव के मेदांता अस्पताल से सड़क मार्ग से उनके पार्थिक शरीर को एंबुलेंस के माध्यम से लाया जा रहा था.
कई घंटों की दूरी तय करने पर किरण माहेश्वरी का पार्थिव शरीर राजसमंद की सीमाओं में प्रवेश किया. जहां भीम पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने पुष्प वर्षा कर उनको नम आंखों से भावभीनी श्रद्धांजलि दी. भीम से किरण का अंतिम यात्रा धीरे-धीरे रवाना हुआ, जो जिले के देवगढ़ दिवेर गोमती केलवा होते हुए जिला मुख्यालय के एनएच 8 रामेश्वर महादेव पहुंची. जहां सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हाथ में फूल लिए अपनी जन नेता के पार्थिव देह का इंतजार कर रहे थे. जैसा ही काफिला वहां पहुंचा तो किरण माहेश्वरी अमर रहे अमर रहे के नारे आसमान में गुंजायमान होने लगे. साथ ही उनकी एंबुलेंस रथ पर पुष्प वर्षा कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए.
पढ़ें-झारखंड के सारंडा में तैनात CRPF जवान ने खुद को मारी गोली...राजस्थान का था रहने वाला
इस दौरान कई भाजपा नेता और कार्यकर्ता भावुक हो गए. माहेश्वरी का शव राजसमंद से रवाना हुआ, जो नाथद्वारा होते हुए उदयपुर पहुंचेगा. जहां मंगलवार को कोविड-19 की पालना करते हुए उनका अंतिम संस्कार विधि विधान से किया जाएगा.