राजसमंद. देश में लगातार तेल के दाम बढ़ रहे हैं. इसे लेकर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार घेर रही है. इसी कड़ी में शुक्रवार को राजसमंद में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत के नेतृत्व में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन के जरिए कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की नीतियों को जनविरोधी बताया है. साथ ही तेल और गैस की कीमतों में वृद्धि की आलोचना की है. उन्होंने इसे आम आदमी की कमर तोड़ने वाला फैसला बताया है.
ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि वर्तमान में देश अत्यंत कठिन परिस्थितियों से गुजर रहा है. पहले नोटबंदी और जीएसटी ने आम लोगों की कमर तोड़ दी थी. वहीं, अब कोरोना महामारी को लेकर केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से संकट बढ़ गया है. मजदूर, छोटे व्यापारी, प्रवासी भारतीय, दिहाड़ी पर काम करने वाले और ठेला लगाने वालों के साथ ही हर एक वर्ग परेशान है. इसके बावजूद केंद्र सरकार पिछले 10-12 दिनों से लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि कर रही है.
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ज्ञापन के जरिए कहा गया है कि आज अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल 37 डॉलर प्रति बैरल है. फिर भी केंद्र सरकार द्वारा तेल महंगा करना समझ से बाहर है. 7 साल पहले जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, तब तेल 120 डॉलर प्रति बैरल था, लेकिन तत्कालीन केंद्र सरकार ने आमजन की जेब पर इसका बोझ ना डालते हुए भारतीय बाजार में तेल की कीमतों को 50 रुपये प्रति लीटर से भी कम रखा. वहीं, अब केंद्र सरकार ने एक ओर 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की दिखावटी घोषणा की है. वहीं, दूसरी ओर गरीबों को लूटकर अमीरों की जेब भरना चाह रही है.
कांग्रेस के नेताओं के मुताबिक केंद्र सरकार का ये कदम गरीब और कमजोर तबके के लोगोें के लिए इस महामारी में ‘कोढ़ में खाज‘ साबित हो रहा है. साथ ही कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि कुछ दिनों पहले ही भाजपा की सरकार ने घरेलू गैस के दामों में वृद्धि कर हर घर की रसोई का आर्थिक बोझ भी बढ़ाया है.
ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत के अलावा देवगढ़ नगरपालिका की अध्यक्ष अंजना जोशी, पार्षद हंसराज, कांग्रेस के पूर्व जिला प्रमुख प्रमुख बसंत रावत और नारायण सिंह भाटी भी मौजूद थे.