राजसमंद. जिले में राजसमंद रक्षक योजना की शुरुआत पीपली आचार्यन ग्राम पंचायत से की गई है. इसके तहत हर पंचायत में 10 कोरोना प्रोटेक्टर और एक कमांडर नियुक्त होंगे. इन प्रोटेक्टर्स और कमांडर्स को ‘मेरा गांव-मेरी जिम्मेदारी’ के तहत कार्य करना होगा. इन्हें टी-शर्ट तथा आईडी कार्ड जारी किए जाएंगे.
वहीं, इस मौके पर जिला कलेक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल ने कहा है कि कोरोना को दो तरीकों से मात दी जा सकती है. एक तो सोशल डिस्टेंस की पालना और दूसरा मास्क का प्रयोग करना. राजसमंद पंचायत समिति की पीपली आचार्यन ग्राम पंचायत के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों से बात करते हुए जिला कलेक्टर ने सभी को कोरोना वायरस से बचाव की शपथ भी दिलाई.
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इस मौके पर जिला कलेक्टर पोसवाल ने कोरोना वॉयरियर्स को बधाई दी. उन्होंने कहा कि आपकी कर्तव्यनिष्ठा के कारण ही राजसमंद जिले में अभी तक कोरोना वायरस के संक्रमण का अधिक फैलाव नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि राजसमंद जिले में जो भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, वो सभी क्वॉरेंटाइन किए गए थे. इसलिए वायरस के संक्रमण को रोका जा सका. उन्होंने क्वॉरेंटाइन सेंटर में पहुंचे लोगों और व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी लेते हुए पुख्ता व्यवस्थाओं के लिए पंचायत के सरपंच और प्रधानाचार्य की प्रशंसा की.
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इस मौके पर समाजसेवी मनोहर कीर ने क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों के लिए की जा रही व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी. उन्होंने क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों से कहा कि आप लोग हमारे ब्रांड एंबेसेडर हो. यहां से रिलीव होने के बाद आपको ग्रामीणों को ये समझाना है कि वो अपने घर पर ही रहें और बेहद जरूरी कार्य होने पर ही अपने घरों से बाहर निकले. बता दें कि यहां क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों ने अपनी स्वेच्छा से पूरे विद्यालय परिसर की सफाई की है.
इस दौरान अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दिनेश राय सापेला, विकास अधिकारी भुवनेश्वर सिंह चौहान, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी शिवकुमार व्यास भी उपस्थित थे.