राजसमंद. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए देश भर में लॉकडाउन जारी है. जिससे निम्न और मध्यमवर्ग के दुकानदारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आलम ये है कि घर चलाने के लिए दुकानदारों को लॉकडाउन के दौरान अपना व्यवसाय बदलना पड़ा.
लॉकडाउन के चलते सब्जी विक्रेताओं में भारी इजाफा लॉकडाउन के दौरान जब ईटीवी भारत ने शहर का जायजा लिया, तो पता चला कि ठेले पर सब्जी बेचने वालों में अचानक इजाफा हो गया है. वहीं, इस लॉकडाउन से शहर में लोगों को होने वाली परेशानी और परिस्थिति को समझने की कोशिश में हमारी पहली मुलाकात पृथ्वीराज से हुई.
उन्होंने बताया कि वे इन दिनों अपनी दुकान के सामने सब्जी बेच रहे हैं. वे लंबे समय से मिठाई की दुकान चलाते थे. लेकिन लॉकडाउन होने के बाद मिठाई की दुकान को बंद करना पड़ा. इस कारण उनके सामने कई तरह की दिक्कतें आने लगी. एक तो घर का खर्च दूसरा दुकान का भाड़ा देना उनके लिए जब सिर दर्द बनने लगा, तो उन्होंने अपनी दुकान के आगे सब्जी का ठेला लगाना शुरू कर दिया.
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उन्होंने बताया कि इससे कोई ज्यादा राहत तो नहीं मिल रही है. लेकिन दिन भर में इतना जरूर कमा लेते हैं. जिससे परिवार का गुजारा चला सके. वहीं, इसके बाद हमारी मुलाकात जमनालाल से हुई, जो कांकरोली बस स्टैंड पर चाय का ठेला लगाते थे. लॉकडाउन के बाद उनके रोजगार पर भी संकट आ गया.
ऐसे में अब उन्होंने परिवार का पालन पोषण करने के लिए अपने लड़के के साथ सब्जी और फल बेचने शुरू किया है. जमनालाल ने बताया कि वे नारियल पानी बेचते हैं और उनका लड़का फल, सब्जी बेचता है. यह सुबह कृषि मंडी जाकर वहां से सब्जी और फल खरीदते हैं. जिसके बाद गली-गली घूम कर बेचते हैं.
परिस्थिति को समझने के लिए जब ईटीवी भारत ने और लोगों से बात की, तो राकेश सेन ने भी अपनी परेशानी बताई. उन्होंने बताया कि इन दिनों वो भी ठेले पर सब्जी लगाकर गली-गली घूम कर बेच रहे हैं. उन्होंने बताया कि वे हेयर सैलून चलाते थे. लेकिन लॉकडाउन होने के बाद उन्हें अपनी दुकान बंद करनी पड़ी. ऐसे में अब दो रोटी के जुगाड़ के लिए उन्हें अपना व्यवसाय बदलकर सब्जी का ठेला लगाना उचित समझा.
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इसके बाद कांकरोली कृषि मंडी में जब सब्जी और फल के थोक विक्रेताओं से बातचीत की, तो सामने आया कि इस लॉकडाउन के दौरान फल और सब्जी बेचने वाले लोगों में करीब 50 से 55 फीसदी का इजाफा हुआ है. यह वह लोग हैं जो घर-घर जाकर ठेले पर सब्जी बेचते हैं. थोक सब्जी विक्रेता हिम्मत लाल ने बताया कि निम्न और मध्यम वर्ग के दुकानदारों के सामने इस लॉकडाउन ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी है कि लोगों को अपना व्यवसाय तक बदलना पड़ गया है. इन लोगों ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार से अपील की है कि वे इस भीषण परिस्थितियों में हमारा साथ दें और हमारे लिए कोई राहत की मदद करें.