राजसमंद. उपसभापति चुनाव में कांग्रेस के चुन्नीलाल पंचोली को 27 वोट हासिल हुए, वहीं बीजेपी के दीपक शर्मा को महज 18 वोटों से ही संतोष करना पड़ा. आज के मतदान की भी खास बात यह रही कि दोनों ही पार्टियों की तरफ से कोई क्रॉस वोटिंग नहीं हुई. इससे पहले आज सुबह कांग्रेस पार्षद चुन्नीलाल पंचोली ने और बीजेपी पार्षद दीपक शर्मा ने उपसभापति के लिए नामांकन भरा. नाम वापसी के समय तक दोनों ही प्रत्याशियों में से किसी ने भी पर्चा नहीं लिया, तो जिला प्रशासन ने मतदान की प्रक्रिया संपन्न करवाई.
कांग्रेस के पंचोली बने नगर परिषद उपसभापति बता दें कि इस प्रक्रिया में दोनों ही पार्टियों के पार्षद बाड़े बंदी से अपने-अपने आला नेताओं के सानिध्य में वोट डालने के लिए पहुंचे. सबसे पहले बीजेपी के सभी पार्षदों ने एक साथ वोट डाला, जबकि कांग्रेस के सभी पार्षद एक बस में सामूहिक रूप से वोट डालने के लिए नगर परिषद सभागार पहुंचे. कांग्रेस के पार्षदों ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
यब भी पढ़ें:आर्म्स एक्ट मामला : वकील की दलील- सलमान ने जानबूझकर नहीं बोला झूठ, अब फैसला 11 को
मतदान की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद जिला प्रशासन ने मतगणना करवाई, जिसमें चुन्नीलाल पंचोली को 27 वोट हासिल हुए, जबकि बीजेपी के दीपक शर्मा को 18 वोट मिले. ऐसे में रिटर्निंग अधिकारी सुशील कुमार ने चुन्नीलाल पंचोली को विजेता घोषित किया और पद की शपथ दिलवाई. शपथ ग्रहण के बाद मीडिया से बात करते हुए नवनिर्वाचित उपसभापति चुन्नीलाल पंचोली ने बताया कि शहर के सौंदर्यीकरण और सफाई की प्राथमिकता बताई. उन्होंने कांग्रेस आलाकमान और सभी पार्षदों का शुक्रिया भी अदा किया.
जीत के बाद ही चुन्नीलाल पंचोली और कांग्रेस समर्थकों ने नगर परिषद सभागार के बाद जमकर आतिशबाजी की और उन्होंने सभापति अशोक टांक और उपसभापति चुन्नीलाल पंचोली को फूल मालाओं से लाद दिया. वहीं दोनों ही पार्टियों ने आज अपने-अपने पार्षदों को बाड़े बंदी से भी रिहा कर दिया. जिसके बाद सभी पार्षद करीब 12 दिन बाद आज अपने घर पहुंचे.
इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता देवकीनंदन गुर्जर, वीरेंद्र वैष्णव, भगवत सिंह गुर्जर, गोविंद सनाढ्य, समीर सुराणा, बहादुर सिंह चारण, सुंदर लाल कुमावत मौजूद रहे, जबकि बीजेपी की ओर से चुनाव प्रभारी मनोहर चौधरी, जिला महामंत्री सुनील जोशी, अशोक रांका, जगदीश पालीवाल आदि मौजूद रहे.