राजसमंद. जिले के रेलमगरा उपखंड क्षेत्र के कई पंचायतों में मोबाइल नेटवर्क की परेशानी से ग्रामीण रोजाना ही दो-चार होते हैं. दूरदराज के गांवों में मोबाइल नेटवर्क के अभाव में सरकार की कई योजनाएं भी अमलीजामा नहीं पहन पा रही है. गवारड़ी पंचायत के आंजना गांव में भी हालात कुछ इसी तरह है. जहां उचित मूल्य की दुकान का डीलर जब छत पर चढ़ेगा, तभी उपभोक्ताओं को राशन मुहैया हो पाता है. देखें ये खास रिपोर्ट
नेटवर्क नहीं, राशन नहीं...
यह कोई इकलौता ऐसा गांव नहीं है, जहां इस तरह की समस्या है. अंचल के कई गांवों में इस तकलीफ से सभी राशन डीलर और उपभोक्ता जूझ रहे हैं. आंजना गांव में राशन डीलर कैलाश चंद्र जाट उपभोक्ताओं को राशन देने के लिए दुकान पर बैठे रहते हैं, लेकिन उपभोक्ता राशन लेने के लिए दुकान पर जब पहुंचते हैं, तो उन्हें घंटो तक राशन लेने के लिए इंतजार करना पड़ता है. मोबाइल नेटवर्क सही तरीके से काम नहीं करने के कारण कई बार उपभोक्ताओं को राशन की दुकान से बैरंग ही लौटना पड़ता है.
फिंगरप्रिंट से मिलता है राशन...
राशन डीलर उपभोक्ताओं को पोस मशीन से राशन वितरित करता है. राशन लेने के लिए उपभोक्ताओं को पोस मशीन में फिंगर प्रिंट देना होता है, लेकिन नेटवर्क नहीं होने के चलते पोस मशीन उपभोक्ताओं के फिंगरप्रिंट नहीं लेती, ऐसे में उपभोक्ताओं को राशन नहीं मिलता.
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