राजसमंद. देश भर में बुधवार को कृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया. कांकरोली स्थित पुष्टिमार्गीय वल्लभ संप्रदाय की तृतीय पीठ श्री द्वारिकाधीश मंदिर में योग योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर मंगला के दर्शन के पश्चात प्रातः प्रभु श्री द्वारिकाधीश को तृतीय पीठ युवराज डॉ. वागीश कुमार गोस्वामी तृतीय पीठ राजकुमार वेदांत कुमार गोस्वामी और सिद्धार्थ कुमार गोस्वामी ने प्रभु श्री को पंचामृत स्नान करवाया.
जिसमें प्रभु द्वारिकाधीश को दूध, दही, घी, शक्कर, शहद और जल से पंचामृत किया गया. तत्पश्चात श्रंगार में प्रभु द्वारिकाधीश को विशेष शृंगार धराया गया. वहीं राजभोग दर्शन के पूर्व द्वारकेश गार्ड द्वारकेश बैंड की सुर मधुर धुन पर गोवर्धन चौक में प्रभु को सलामी देने के लिए उपस्थित रहे. इस दौरान राजकुमार वेदांत कुमार और सिद्धार्थ कुमार द्वारा सलामी ली गई. दिन भर के नित्य दर्शनों के बाद रात्रि 9:30 बजे द्वारकाधीश के जागरण सेवा का क्रम शुरू हुआ जो कि 11:30 बजे तक चला. उसके बाद मंदिर के कपाट बंद हुए और कुछ देर बाद प्रभु के जन्म की घोषणा हुई.
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जन्म की घोषणा के साथ ही पूरा मंदिर परिसर शंख घटा की ध्वनि से गुंजायमान होने लगा. द्वारकेश सुरक्षा ट्रॉली द्वारा प्रभु को बंदूकों की सलामी दी गई. प्रभु के छोटे स्वरूप शालिग्राम जी का पंचामृत स्नान हुआ. जन्माष्टमी के अवसर पर इस बार कोरोना महामारी के कारण वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार आम श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश निषेध था. परंतु मंदिर में प्रभु की सेवा में किसी भी ठाट-बाट में कोई कमी नहीं रही.