राजसमंद. देश भर में जलझूलनी एकादशी का पावन पर्व हर्ष उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. राजसमंद जिले के गढ़बोर स्थित भगवान चारभुजा नाथ मंदिर में भी जलझूलनी का पावन पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया, लेकिन इस बार मंदिर में भक्तों का प्रवेश निषेध रहा. हर साल जहां लाखों की संख्या श्रद्धालु देश के कोने कोने से चारभुजा मंदिर पहुंचते हैं, लेकिन इस बार कोरोना महामारी की वजह से सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए जिला प्रशासन ने चारभुजा क्षेत्र में 2 दिन का कर्फ्यू लगाया है.
ईटीवी भारत की टीम भी राजसमंद जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर स्थित भगवान चारभुजा नाथ मंदिर पहुंची. जहां कोरोना काल में किस तरह से इस बार जलझूलनी का पर्व मनाया जा रहा है, उसको जानने की लिए मंदिर के पुजारियों से बातचीत की. पुजारियों ने बताया कि भगवान श्री चारभुजा नाथ के हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी वैवाण यात्रा निकाली गई, लेकिन कोरोना की गाइडलाइन की पालना करते हुए सीमित संख्या में लोग ठाकुर जी के बालस्वरूप को सोने की पालकी में विराजित कर सादगी पूर्ण तरीके से शोभा यात्रा निकाली, जो कस्बे के मुख्य मार्गों से होते हुए दूध तलाई पहुंची.जहां मंदिर के सेवादारों द्वारा दूध तलाई में ठाकुर जी के बालस्वरूप को स्नान करवाया गया.
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