राजसमंद. फाल्गुन पूर्णिमा के अवसर पर पुष्टिमार्गीय संप्रदाय की तृतीय पीठ प्रन्यास श्रीद्वारकाधीश मंदिर में डोल उत्सव मनाया गया. इस अवसर पर आराध्य प्रभुश्री ने भक्तों के साथ जमकर अबीर और गुलाल खेली. यह उत्सव होली के आयोजनों का आखिरी पड़ाव माना जाता है.
इसी के साथ मंदिर में पिछले 40 दिनों से आयोजित हो रहे होली के विभिन्न कार्यक्रमों पर विराम लग गया. माना जाता है कि अब अगले साल फाल्गुन मास में प्रभु को फिर से गुलाल की सेवा अंगीकार कराई जाएगी. इससे पहले पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के द्वारिकाधीश मंदिर में रविवार को डोल महोत्सव का उल्लास छाया रहा. डोल की झांकी के दर्शन करीब 2:00 बजे शुरू हुए, जो करीब 4:30 बजे तक चले.
इस दौरान प्रभुश्री ने अबीर गुलाल और रंगों से भक्तों के साथ जमकर होली खेली. इस दौरान मंदिर में माहौल सतरंगी हो गया. गुलाल और अबीर में सराबोर श्रद्धालु प्रभु की भक्ति में भाव विभोर नजर आए. इस दौरान मंदिर में बृजवासी बालकों ने रसिया गायन कर माहौल को और भक्तिमय बना दिया. द्वारिकाधीश मंदिर के गोस्वामी वेदांत कुमार ने श्रद्धालुओं पर रंगों की बौछार की. तो श्रद्धालु भक्ति भाव में विह्वल हो उठे.