राजसमंद.जिले के पीपली आचार्य गांव में बनास नदी के किनारे से बजरी माफिया भारी मात्रा में बजरी का खनन कर रहा है. प्रशासन की नाक के नीचे अवैध बजरी खनन का पूरा खेल चल रहा है, और प्रशासन मौन है. बनास नदी से माफिया दिन हो या रात बगैर किसी डर के धड़ल्ले से बजरी खनन कर रही है. बजरी माफिया बजरी का खनन कर प्रतिदिन सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व की हानि पहुंच रहे हैं.
गहलोत भी नहीं लगा पाए अवैध बजरी खनन पर रोक...जनता में रोष... - ashok ghelot
सूबे में गहलोत सरकार आने के बाद माना जा रहा था कि अवैध बजरी खनन पर पूरी तरह से रोक लग जाएगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ प्रदेशभर में अवैध बजरी खनन जारी है. ऐसा ही एक मामला राजसमंद जिले के पीपली आचार्य गांव से सामने आया है. जहां बनास नदी के किनारे धड़ल्ले से अवैध बजरी का खनन किया जा रहा है.
राजसमंद में माफिया बजरी का कर रहे हैं अवैध खनन
वहीं अवैध बजरी खनन को लेकर पीपली आचार्य गांव के ग्रामीणों का कहना है कि हमारे गांव से निरंतर अवैध बजरी खनन हो रहा है. प्रशासन कोई सर्तकता नहीं दे रही है. जिसके कारण माफिया के हौसले बुलंद हैं. दिन के समय में ही बजरी से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली सड़कों पर दौड़ती हुई नजर आ जाएंगी. जो पीपली आचार्य से नाथद्वारा और उदयपुर के लिए जाती है. जहां माफिया बजरी बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहा है. वहीं प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर भी ग्रामीणों में रोष है.