राजसमंद. जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 2019 में सीआरपीएफ काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले में राजसमंद का लाल नारायण लाल गुर्जर भी शहीद हो गया था. आज पुलवामा हमले की दूसरी पुण्यतिथि है. इस मौके पर परिजनों के साथ ग्रामीणों ने शहीद को याद किया. वीरांगना मोहनी देवी, पुत्री हेमलता, पुत्र मुकेश घर के मुखिया की देश सेवा में दी गई शहादत पर गर्व की अनुभूति तो करते हैं, परंतु उनकी कमी हमेशा खलती रहती है.
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शहीद नारायण लाल के बड़े भाई और भाभी ने बताया कि और जब भी नारायण छुट्टियों में गांव आता था तो युवाओं और घर के बच्चों को सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित करता था. जब वो गांव में रहते थे तो सुबह गांव के खेल मैदान पर घर के बच्चों के साथ ही गांव के युवाओं को सेना में भर्ती की तैयारी करवाते थे. शहीद की बेटी हेमलता 11वीं में और बेटा मुकेश 9वीं में पढ़ता है.
दूसरी पुण्यतिथि के मौके पर राजनेताओं से लेकर स्थानीय लोग भी शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे. देशभर में शहीदों को याद किया जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी शहीदों को याद करते हुए कहा कि कोई भारतीय इस दिन को भूल नहीं सकता. दो साल पहले पुलवामा में हमला हुआ था. हम सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. हमें अपने सुरक्षा बलों पर गर्व है और उनकी बहादुरी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी.