राजसमंद. दरअसल, कारागार का निरीक्षण करते हुए टीम ने पाया कि कारागार में कैदियों की क्षमता से भी अधिक कैदी उपस्थित है. विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेंद्र कुमार उपाधीक्षक शिवेंद्र कुमार जिला कारागार का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान 118 बंदी आवासरत पाए गए.
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जिला कारागार में बंदी क्षमता 55 की है लेकिन जेल में बंदियों की संख्या क्षमता से दुगनी देखी जा रही है. कारागार राजसमंद में रसोई की पुताई पूर्व निर्देशों के अनुसरण में भी नहीं करवाई गई. साथ ही ये सामने आया कि आकस्मिक लाइट चले जाने की स्थिति में इनवर्टर उपलब्ध नहीं है. साथ ही अग्निशमन यंत्र उपलब्ध नहीं है.
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विधिक साक्षरता दिवस का आयोजन कर शिविर में उपस्थित बंदियों को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी प्रदान की गई और बंदियों को निशुल्क विधिक सहायता के बारे में भी जानकारी दी गई.