राजसमंद.भीलवाड़ा, पाली, अजमेर, राजसमंद की सीमाओं से लगे हुए जिले हैं. जहां लगातार कोरोना वायरस महामारी के नए मामले सामने आ रहे हैं. राजसमंद चिकित्सा विभाग पहले राउंड की स्कैनिंग का कार्य पूरा कर चुका है, जिसके तहत करीब 13 लाख से अधिक लोगों की स्कैनिंग का कार्य पूरा किया जा चुका है.
डिजिटल तरीके से एक ही ऐप में पूरी जानकारी यहां पहले राउंड की स्कैनिंग डोर-टू-डोर पेपर लेस थी, लेकिन अब चिकित्सा विभाग ने दूसरे राउंड की स्कैनिंग प्रदेश में पहली बार एक अनूठी तरीके के साथ शुरू की है. चिकित्सा विभाग दूसरे चरण की स्कैनिंग का काम पूरी तरह से डिजिटल माध्यम से कर रहा है. इसमें सर्वे कार्य को आसानी से मॉनिटरिंग और समीक्षा की जा सकेगी.
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सीएमएचओ डॉ. जेपी बुनकर ने बताया राजसमंद प्रदेश का पहला जिला है. जहां डिजिटल सर्वे के माध्यम से स्कैनिंग का काम किया जा रहा है. इसके तहत एप के माध्यम से स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर के सदस्यों की पूरी जानकारी भर रहे हैं. इसमें इंटरनेट कनेक्टिविटी का भी कोई समस्या नहीं है. यह संपूर्ण जानकारी ऑफलाइन सेव की जा सकती है. बाद में जब भी इंटरनेट की रेंज में मोबाइल आएगा तो सारी जानकारी ऑनलाइन हो जाएगी.
डोर-टू-डोर स्कैनिंग करते हुए वहीं स्कैनिंग की टीम जो भी डेटा अपने मोबाइल फोन में कलेक्ट करेगी. वह सीएमएचओ ऑफिस के पास पहुंचता रहेगा, जिसे सीएमएचओ ऑफिस भी लगातार स्कैनिंग की जा रही ब्लॉकों की निगरानी में जुटा हुआ है. इस ऐप की खास बात यह है कि जहां भी चिकित्सा विभाग की टीम स्कैनिंग के लिए जाएगी, उस व्यक्ति के घर की फोटो परिवार का पूरा डेटा ऑनलाइन ही रजिस्ट्रेशन हो जाएगा. इसमें घर के मुखिया का नाम मोबाइल नंबर घर के सदस्यों की संख्या कितने लोग घर से बाहर रहते हैं, वे कब आए.
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इस एप में अलग-अलग ऑप्शन दिए गए हैं, जिसमें बाहर से आने वाले व्यक्ति की सूचना भी दर्ज की जाती है. इस एप के माध्यम से राजसमंद जिले में करीब 1 हजार 168 टीमें कार्य में जुटी हुई हैं. जो प्रतिदिन एक टीम 40 से 50 घरों का सर्वे करती है. सभी टीमों को अलग-अलग ब्लॉक स्तर पर बांटा गया है. इस सर्वे में किसी प्रकार का पेपर लेस काम नहीं है. यह पूरी तरह से डिजिटल कार्य है, जो कि एंड्राइड मोबाइल के माध्यम से किया जा रहा है. सर्वे टीम में चिकित्सक आयुष चिकित्सक पैरामेडिकल स्टॉफ एएनएम एलएचवी आशा तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लगी हुई हैं.
वहीं डेटा अधिकारी मोहित ने बताया कि किस प्रकार से जिले से आ रहे डाटाओं पर निगरानी रखी जा रही है. इस सर्वे के माध्यम से आगे भी हम सुरक्षित रहेंगे. क्योंकि इस सर्वे का पूरा होने से सारी जानकारी एक क्लिक में उपलब्ध हो जाएगी., जिससे बड़ी आसानी से पता चल सकेगा कि कितने लोग यहां बाहर से आए हैं और कितने लोगों को यहां क्वॉरेंटाइन किया गया है.