राजसमंद. प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर यूथ कांग्रेस भी अब सक्रिय हो गई है. यूथ कांग्रेस के सदस्यों की विभिन्न टीमें चुनाव में उतारने की रणनीति पर राजसमंद जिला मुख्यालय पर आयोजित हुई यूथ कांग्रेस प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में चर्चा हुई. इस बैठक में शिरकत करने आए यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश घोघरा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान घोघरा ने कांग्रेस की रणनीति और आदिवासी मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी. सुनिये उन्होंने और क्या बड़ी बातें कही...
सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका है कि हम हिंदू धर्म में शामिल नहीं हैं.... सवाल - प्रदेश कार्यसमिति का क्या उद्देश्य ?
जवाब - यूथ कांग्रेस की हर माह बैठक होती है. ऐसे में इस बार बैठक राजसमंद में रखी गई, क्योंकि यहां उपचुनाव हैं. ऐसे में उपचुनाव पर चर्चा की गई और इस सीट को कैसे जीता जाए, इस पर भी कार्यसमिति में मंथन किया गया.
सवाल - आप हिंदू हैं या नहीं ?
जवाब - हमारी संस्कृति अलग है, हमारी परंपरा, हमारे मौत-मरण, शादी-ब्याह और खानपान, सब कुछ हमारा हिंदू धर्म से अलग है. जैसे जैन धर्म का एक कोड है, वैसे हम आदिवासियों का भी एक कोड है. इसलिए हम हिंदू धर्म से अलग हैं. सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका है कि हम हिंदू धर्म में शामिल नहीं हैं.
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सवाल - पायलट कैंप के दावेदार भी मैदान में, लेकिन समारोह में किसी को नहीं बुलाया ?
जवाब - यह हमारे यूथ कांग्रेस का प्रोग्राम है. इसमें यूथ कांग्रेस के सदस्यों को छोड़कर किसी को हमने नहीं बुलाया. सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अशोक गहलोत और गोविंद डोटासरा, यह हमारे नेता हैं. पार्टी जिस भी नेता को टिकट देगी, हम उसके साथ मैदान में उतरेंगे. हमारे यहां कोई पायलट कैंप, गहलोत कैंप नहीं है. अशोक गहलोत और गोविंद डोटासरा के नेतृत्व में यह चुनाव लड़ा जाएगा.
सवाल - उपचुनाव में क्या भूमिका रहेगी यूथ कांग्रेस की ?
जवाब - उपचुनाव में यूथ कांग्रेस की अहम भूमिका रहेगी. यूथ, कांग्रेस की रीड की हड्डी है. यूथ कार्यकर्ता ही सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएंगे. मैदान में युवा ही दौड़ता है. सरकार की विकास योजनाओं को हम समझाएंगे. मोदी सरकार ने काले कानून पास किए हैं, भाजपा वाले झूठ की राजनीति करते हैं. हम जनता के बीच में जाकर उनको समझाएंगे.
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सवाल - बीजेपी के सम्मेलनों में भीड़ आती है, कांग्रेस के सम्मेलन में नहीं ?
जवाब - भीड़ जुटाना कोई बड़ी बात नहीं है. हम भी चाहें तो सम्मेलनों में 5,000 की भीड़ जुटा लें, लेकिन यह सिर्फ कार्यकर्ताओं का सम्मेलन था. मुख्यमंत्री गहलोत ने इस बार देश में सबसे अच्छा बजट पेश किया, जिसकी विपक्ष ने भी तारीफ की है. ऐसे में हम मुख्यमंत्री के चेहरे पर चुनाव लड़ेंगे और इस बार उपचुनाव भी जरूर जीतेंगे.