उदयपुर.राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी के निधन के बाद अब उपचुनाव की सुगबुगाहट भी शुरू हो गई है. हालांकि अभी तक निर्वाचन विभाग ने किसी तरह के चुनाव की तारीखों का ऐलान तो नहीं किया है, लेकिन चुनाव में उम्मीदवारी करने वाले दावेदारों की समर्थकों द्वारा सोशल मीडिया पर दावेदारी शुरू कर दी गई है. ऐसे में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में उम्मीदवारों की कतार लग गई है.
राजसमंद विधानसभा से पिछले 3 चुनाव में किरण माहेश्वरी ही लगातार जीत हासिल कर रही थीं. पिछले दिनों कोरोना महामारी की वजह से उनका निधन हो गया था. ऐसे में इस सीट से कई नेताओं ने अपनी दावेदारी जताना शुरू कर दिया है. इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए यह सीट प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई है. भाजपा यहां लंबे समय से जीतती आ रही है. ऐसे में इसे फिर से बरकरार रखना उसके लिए चुनौती होगा, दूसरी ओर कांग्रेस के सामने भी पिछले 15 साल का वनवास को तोड़ पाने की चुनौती होगी. इस बीच कई दिग्गज नेताओं के पुत्र, पुत्रियों का नाम भी सुर्खियां बटोर रहा है.
राजसमंद सीट से वैभव और दीप्ति का नाम आगे
कांग्रेस की ओर से सोशल मीडिया पर राजसमंद विधानसभा के उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा का दौर शुरू हो चुका है, जहां कांग्रेस की ओर से सीएम के पुत्र वैभव गहलोत का नाम भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. ये इसलिए भी क्योंकि वैभव गहलोत राजसमंद क्रिकेट एसोसिएशन के कोषाधिकारी रह चुके हैं.
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वहीं, भाजपा में किरण माहेश्वरी की पुत्री दीप्ति का नाम भी चर्चाओं में चल रहा है. देखा जाए तो भाजपा और कांग्रेस दोनों में ही दर्जनभर उम्मीदवार मैदान में दिखाई पड़ रहे हैं. ऐसे में अब भाजपा और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ ही स्थानीय दिग्गज नेताओं ने भी अपने चहेते उम्मीदवारों को टिकट दिए जाने की आस बांधना शुरू कर दिया है. वे चहेते उम्मीदवारों का सहयोग करते भी दिखाई दे रहे हैं. वहीं, जानकार बता रहे हैं कि भाजपा की ओर से जहां पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने किसी चहेते को स्थापित करने की कोशिश करेंगी, तो वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी किसी चहेते को टिकट दिलाने के लिए टकटकी लगाए हैं.