राजसंमद. जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी निमिषा गुप्ता ने जलग्रहण विकास और भू-संरक्षण विभाग की विभागीय योजना एकीकृत जलग्रहण प्रबन्धन परियोजना (आईडब्ल्युएमपी) के अन्तर्गत कार्यों का पंचायतों में अवलोकन किया.
इस अवसर पर उन्होंनें जिले के बिनोल ग्राम पंचायत में विभिन्न कार्यो व चारागाह विकास का अवलोकन किया. उन्होंने चारागाह में निष्पादित विभिन्न गतिविधियों की सुक्ष्म जानकारी प्राप्त की चारागाह क्षेत्र में निरन्तर कन्टुर ट्रेन्च (सीसीटी) में वर्षा समाप्त होने उपरान्त भी भरे हुए वर्षा जल को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की. इस अवसर पर उन्होंने वहां पर किये गये पौधारोपण और उग रहीं घास के बारे में जानकारी प्राप्त की. अधिषाषी अभियन्ता, जलग्रहण विकास और भू संरक्षण, अनिल सनाढ्य ने बताया कि इस चारागाह में दो सुक्ष्म जल रिसाव ढ़ांचें (एमपीटी), एक पुरानी नाड़ी को गहरीकरण और सुदृढ़िकरण का कार्य कराया गया.
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इस अवसर पर विभाग द्वारा बनायी गयी कन्टुर ट्रेन्च (सीसीटी) पर उच्च प्रोटीन युक्त स्टाइलों हामेटा, करड़, धामण घास का बीजारोपण और एलोवीरा का पौधारोपण करवाया गया. अधिशाषी अभियंता को निर्देष दिये कि ऐसे कार्य को महात्मा गांधी नरेगा योजना में भी हर पंचायत में लिये जायें और इस सफल मॉडल की पुनरावृति की जाये. इसके साथ-साथ एकीकृत जलग्रहण प्रबन्धन परियोजना अन्तर्गत प्राप्त होने वाली फ्लैक्सी फंड से एक चौकीदार कक्ष और इसके ऊपर पानी की टंकी का निर्माण करवाया गया.
इस अवसर पर उपस्थित ग्राम वासियों और पंचायत के सचिव ने भूमिगत जल स्तर में वृद्धि आदि के बारे में बताया गया. इसके बाद उन्होंने ग्राम पंचायत बडारड़ा की खारी नदी में बनवाये गये सब सरफेस बेरियर का अवलोकन किया. मौके पर अधीक्षण अभियंता परियोजना प्रबन्धक पी. बागड़ी ने मौके पर बताया कि जलग्रहण विकास विभाग के अभियन्ताओं से चर्चा कर इस समस्या के निदान के प्रयास किये जा रहे है.