राजसमंद. वर्षा जल संरक्षण आज की महती आवश्यकता है. जल की महत्ता एवं उसके संरक्षण के लिए जन जागरूकता का वातावरण बनाने की जरूरत है. यह उद्गार गुरुवार को जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के सहयोग से नेहरू युवा केन्द्र राजसमंद द्वारा संचालित कैच द रैन अभियान के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि पद से सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए.
जिला कलेक्टर ने कहा कि लोगों के लिए जल शुद्ध एवं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो, इसके लिए हमें वर्षा जल को संरक्षित करना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि जल सरंक्षण को प्रत्येक व्यक्ति अपना कर्तव्य समझकर देश की तरक्की में अपनी भूमिका अदा करे. उन्होंने बताया कि आज हम जल को नहीं बचा पाएंगे तो आने वाला कल हम देख नहीं पाएंगे. उन्होंने जल प्रदूषण को रोकने, जल सरंक्षण के विषय में सभी को सोचने, जल के निरर्थक उपयोग ना करने व आने वाली पीढ़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर बल दिया. इस दौरान जिला कलेक्टर ने केन्द्र की गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा कर प्रगति की जानकारी ली.
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केन्द्र के जिला युवा अधिकारी पवन घोसलिया ने बताया कि केन्द्र द्वारा राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक एवं सक्रिय युवा मण्डलों के माध्यम से जिले के 50 गावों में कैच द रैन अभियान के माध्यम से जन जागरूकता का वातावरण बैनर, पैम्पलेट, पोस्टर, नुक्कड़ नाटक, प्रश्नोत्तरी, निबंध, भाषण प्रतियोगिता, वेबिनार, रैली, रंगोली, विषय विशेषज्ञों की वार्ता के माध्यम से किया जाएगा.
दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि मनाई
राजसमंद में 'कैच द रैन' अभियान का शुभारंभ भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य पं. दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि को 'समर्पण दिवस' के रूप में मनाया गया. सांसद दीयाकुमारी ने अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर, दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया. इस अवसर पर उपस्थित सभी सांसदों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का मार्गदर्शन मिला. कार्यक्रम के दौरान सांसद दीयाकुमारी ने प. दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर राष्ट्र की खुशहाली के लिए कामना की.
सांसद दीया कुमारी ने कहा कि पंडित दीनदयाल के संदेश आज भी कारगर है. उपाध्याय भारतीय जनसंघ के नेता और भारतीय राजनीतिक एवं आर्थिक चिंतन को वैचारिक दिशा देने वाले पुरोधा थे. वे उस परंपरा के वाहक थे, जो नेहरु के भारत नवनिर्माण की बजाय भारत के पुनर्निर्माण की बात करती है.