प्रतापगढ़. शहर में स्काउट गाइड की ओर से कोरोना के प्रति जागरूकता रैली निकाली गई. रैली नगर परिषद से रवाना हुई और शहर के भीतरी हिस्से में घूमते हुए वापस नगर परिषद आकर संपन्न हुई. राजस्थान राज्य भारत स्काउट और गाइड जिला मुख्यालय प्रतापगढ़ के स्काउट गाइड रोवर रेजर ने वाहन रैली निकाली. इसमें स्काउट गाइड रोवर, रेजर स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया.
सीओ गाइड रेखा शर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए नो मास्क नो एन्ट्री को आमजन की आदत में बदलने के लिए कोरोना को जन आंदालन में बदलने के लिए राज्य सरकार अभियान चला रही है. इस अभियान की कड़ी में वाहन रैली का आयोजन किया गया.
स्काउट गाइड ने प्रतापगढ़ में निकाली जागरूकता रैली पढ़ें-प्रतापगढ़ः करोड़ों खर्च...फिर भी सुविधा को मोहताज, मुख्य मंडी में आवक अधिक होने पर रहती है जगह की समस्या
बाजारों में राहगीरों को बांटे मास्क
रैली को नगर परिषद प्रशासनिक अधिकारी मुकेश मोहिल ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया. गांधी चौराहे से महल दरवाजा, सदर बाजार, माणक चौक, खेरादी मोहल्ला होते हुए बाणमाता मंदिर परिसर तक पहुंची. वहां पर स्काउट गाइड रोवर रैंजर ने आते जाते राहगीर को मास्क लगाने और जिस पर मास्क नहीं है उसे मास्क बांटे रैली के दौरान स्काउट गाइड रोवर रेजर ने दुकानदार व व्यापारियों से भी मास्क लगाने की अपील की.
प्रतापगढ़ में सात दिवसीय हरिहर महायज्ञ की हुई पूर्णाहुति
कोरोना महामारी के समूल विनाश और विश्व में शांति के लिए प्रतापगढ़ में आयोजित किए जा रहे सात दिवसीय हरिहर महायज्ञ की गुरुवार को पूर्णाहुति हुई. दीपश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित इस महायज्ञ में वैदिक गुरुकुल के बटुको सहित कई श्रद्धालुओं ने भाग लिया.
ब्रह्म ज्योति वैदिक गुरुकुल के पंडित सुनील व्यास ने बताया कि आचार्य दिनेश शर्मा के निर्देशन में सात दिवसीय हरिहर महायज्ञ की शुरुआत हुई थी. मंदिर परिसर में आयोजित इस महायज्ञ में विष्णु भगवान की 1 लाख 60 हजार और शंकर भगवान की दो लाख 19 हजार 131 आहुतियां दी गई.
प्रतापगढ़ में सात दिवसीय हरिहर महायज्ञ की हुई पूर्णाहुति पढ़ें-प्रतापगढ़ः छोटीसादड़ी राजमार्ग से हटाया गया अतिक्रमण, 43 लाख की लागत से बनेगी सीसी रोड
व्यास ने बताया कि संपूर्ण विश्व में शांति की स्थापना, कोरोना महामारी के खात्मे और जन कल्याण के साथ शक्ति और समृद्धि में वृद्धि हो इसके लिए इस महायज्ञ का आयोजन किया गया था. आज इस यज्ञ की पूर्णाहुति में गुरुकुल के बटुको और श्रद्धालुओं ने धार्मिक अनुष्ठान करते हुए मंत्रोचार के साथ मंत्रोच्चार के साथ आहुतियां दी.
इस आयोजन के समाप्ति के साथ ही नववर्ष की शुरुआत होगी. वैदिक गुरुकुल के बटुकों की ओर से यज्ञ हवन के बाद परिसर में विराजित भगवान विश्वनाथ महादेव से नए वर्ष की नई खुशियां और नए उत्साह के साथ शुरू होने की कामना की.