प्रतापगढ़. जिले में बीते मंगलवार को एसपी कार्यालय में कार्यरत एक पुलिसकर्मी अचानक से एक पत्र लिखकर गायब हो गया. ऐसे में इस मामले में बुधवार को आदिवासी समाज और कई संगठनों ने मिनी सचिवालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंपा और जल्द से जल्द पुलिसकर्मी को खोजने की मांग की.
लापता पुलिसकर्मी का नहीं लगा कोई भी सुराग ज्ञापन में बताया कि एसपी ने लापता कांस्टेबल को अपने कक्ष में बुलाकर, जातिगत गालियां देकर अपमानित किया था और निलंबन की कार्रवाई करने की धमकी भी दी. जिसके कारण पुलिसकर्मी महेश कुमार मीणा अपने सरकारी क्वाटर पर एक पत्र छोड़कर मंगलवार दोपहर के बाद से गायब हो गए. जिसकी अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पा रही हैं.
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ज्ञापन में कांस्टेबल की तुरंत तलाश करने के साथ ही इस पूरे मामले की जांच कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई. वहीं विभिन्न संगठनों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कांस्टेबल महेश कुमार मीणा अगले 24 घण्टे में तलाश कर परिवार को सुपुर्द नहीं किया गया तो आदिवासी समाज और कर्मचारी संगठनों की ओर से एसपी कार्यालय का घेराव कर आंदोलन किया जाएगा.
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ज्ञापन देने के दौरान लोगों की ओर से पुलिस प्रशासन और एसपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस जाप्ता लगाया गया था. जिसमे प्रतापगढ़ जिले सहित बांसवाड़ा और अन्य जिलों के भी कई पुलिस अधिकारियों को लगाया गया था. वहीं एसपी कार्यालय में मौजूद दो पुलिसकर्मियों पर भी आरोप लगाते हुए उन पर कारवाई की मांग की.