प्रतापगढ़. शहर की बिगड़ी व्यवस्थाओं को लेकर नगर परिषद में आज भाजपा पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने ताले जड़ (BJP locked Pratapgarh municipal corporation in protest) दिए. नगर परिषद के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को नगर परिषद से बाहर निकाल कर बिजली के स्विच बंद कर दिए गए.
परिषद में पिछले पांच दिन से कचरे से भरी गाड़ियां का नया बोर्ड बनने के बाद से ही इसमें कुछ भी ठीक ढंग से नहींं चला. पहले भाजपा का बोर्ड बना. इस दौरान राजनीतिक उठापटक होती रही. फिर सभापति पाला बदल कर कांग्रेस में आ गई. इसके बाद लगा था कि अब सब कुछ ठीक होगा, लेकिन न सफाई सही ढंग से हो रही और न ही स्वच्छता सर्वे का काम हो रहा. परिषद के पांच इमली स्थित डम्पिंग यार्ड में कचरा प्रबंधन सही ढंग से नहीं होने के कारण वहां बदबू व मक्खियों से स्थानीय लोग परेशान हैं. उन्होंने वहां कचरा डालने का विरोध किया. इसके चलते पिछले पांच दिन से कचरा गाड़ियां वहां कचरा खाली नहीं कर रही हैं. यही कारण है कि परिषद के मुख्य प्रशासनिक भवन के पीछे कचरा गाड़ियों की लंबी लाइन लगी हुई है. इन गाड़ियों में पांच दिन से कचरा भरा पड़ा था. इसे खाली ही नहीं किया गया.
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नगर परिषद के स्ट्रीट लाइट के बकाया 1 करोड़ 25 लाख रुपए जमा नहीं कराने के कारण विद्युत वितरण निगम ने रोड लाइटों का कनेक्शन काट दिया. इसके चलते आधे शहर की स्ट्रीट लाइटें बंद रहीं. नगर परिषद का कुल 1 करोड़ 78 लाख का रोड लाइट का बिल बकाया था, जिसमें से 32 लाख रुपए शहर के उपभोक्ताओं के माध्यम से जमा हुए हैं. यह राशि उनके बिलों में उपकर के रूप में जुडकर आई थी और बिजली निगम ने 21 लाख रुपए का एडजस्टमेंट किया था. नगर परिषद को 1 करोड़ 25 लाख रुपए का बिल जमा करवाना है. लेकिन यह राशि भी परिषद जमा नहीं करा पाई. डिस्कॉम के सहायक अभियंता नारायण सिंह राठौड़ ने बताया कि स्ट्रीट लाइट का बकाया बिल जमा नहीं कराने पर यह कनेक्शन काटा गया है.