प्रतापगढ़.आयुर्वेदिक डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति प्रदान करने वाले अध्यादेश के मामले में शुक्रवार को एलोपैथी डॉक्टरों ने विरोध में ओपीडी सेवाएं ठप कर दी. जिससे अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई. बाद में एलोपैथी पद्धति से जुड़े निजी और सरकारी चिकित्सकों ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बैनर तले चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्साधिकारी डॉ. ओपी दायमा को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा.
आईएमए के जिलाध्यक्ष डॉ. वीके गांधी ने बताया कि सरकार का यह निर्णय चिकित्सा और रोगी दोनों के लिहाज से ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि विरोधस्वरूप इसमें सिर्फ निजी चिकित्सक ही नहीं बल्कि सरकारी सेवा से जुड़े चिकित्सक भी साथ हैं. ऐसे में सभी ने मिलकर निर्णय किया है कि ओपीडी में इमरजेंसी सर्विस और कोविड को छोड़कर अन्य चिकित्सा सेवाएं को नहीं देखा जाएगा.
उन्होंने कहा कि यह मांग चिकित्सा के लिहाज से सभी रोगियों के लिए ज्यादा फायदेमंद है. ज्ञापन देने डॉ. शंकरलाल प्रतिहार, डॉ. अरूण विसा, डॉ. करतार सिंह, डॉ. धनेश सोनी और आईएम के सदस्य मौजूद थे. डॉक्टरों का कहना है कि आयुर्वेद डॉक्टरों को सर्जरी की अनुमति देना रोगियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना है.