प्रतापगढ़. प्रदेश में महिलाओं पर बढ़ते उत्पीड़न के मामलों को लेकर गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. एबीवीपी ने महिलाओं के साथ बढ़ती बलात्कार की घटनाओं को रोकने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कड़े कदम उठाने की मांग की और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की. एबीवीपी ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि बीते दिनों महिलाओं के साथ छेड़खानी, दुष्कर्म, बलात्कार की घटनाएं हुई. लेकिन प्रशासन और सरकार इन मामलों पर लीपापोती करने में लगी हुई है. प्रदेश में कानून के राज की जगह जंगलराज नजर आ रहा है.
जोधपुर में भी ABVP का प्रदर्शन
जोधपुर में भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कलेक्टर कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया गया और राजस्थान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. एबीवीपी के प्रांत महामंत्री अविनाश ने बताया कि राजस्थान का इतिहास गौरवशाली रहा है और यहां अनेक वीरों की गाथा राजस्थान के इतिहास को सुशोभित करती हैं. लेकिन वर्तमान समय में आए दिन दुष्कर्म, छेड़छाड़ जैसी घटनाएं देखने को मिल रही हैं, जिससे कि राजस्थान की छवि देशभर में खराब हो रही है. प्रदेश में महिलाओं को लेकर कोई भी कानून व्यवस्था और शासन तंत्र नहीं है, जिसके चलते वो खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें.
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अजमेर में एबीवीपी की पुलिस से झड़प
एबीवीप के प्रदेशव्यापी आह्वान का असर अजमेर में भी देखने को मिला. बिगड़ती कानून व्यवस्था और महिलाओं के साथ बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं के विरोध में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने हल्ला बोला. प्रदर्शन के दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प भी हो गई. जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर कानून व्यवस्था में सुधार लाने की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा मांग की जा रही थी लेकिन पुलिस ने कोरोना गाइडलाइन का हवाला देकर उन्हें रोक दिया. जिसके बाद एबीवीपी और पुलिस में तीखी नोक झोंक हो गई. लेकिन पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद कार्यकर्ता माने और कुछ छात्र नेताओं ने जाकर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.