प्रतापगढ़.एक और जहां बोर्ड की परीक्षा नजदीक है, दूसरी तरफ कोरोना का प्रकोप फिर से नजर आने लगा है. ऐसे में अपनी पढ़ाई को लेकर परेशान चल रहे विद्यार्थियों को राहत मिलने की बजाय अगर उनकी पढ़ाई में व्यवधान हो और उनको पढ़ाने वाले शिक्षक ही स्कूल से गायब मिले, तो हम अंदाजा लगा सकते हैं कि स्कूल में पढ़ाई किस स्तर की चल रही होगी और विद्यार्थीयों की पढ़ाई की गुणवत्ता क्या रहने वाली है. ऐसा ही एक मामला जिले के सुहागपुरा पंचायत समिति के रामपुरिया गांव के माध्यमिक स्कूल में देखने को मिला है. एक तरफ तो कोरोना की वजह से बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है, दूसरी तरफ स्कूल स्टाफ छुट्टियां मना रहा है.
बोर्ड परीक्षा सिर पर और 10 में से सात शिक्षक छुट्टी पर...रामपुरिया स्कूल के विद्यार्थियों पर पढ़ाई का संकट
सुहागपुरा पंचायत समिति के रामपुरिया गांव के माध्यमिक स्कूल में एक तरफ तो कोरोना की वजह से बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है, दूसरी तरफ स्कूल स्टाफ छुट्टियां मना रहा है.
रामपुरिया स्कूल में एक साथ सात शिक्षकों के छुट्टी पर चले जाने से स्कूल स्टाफ की कमी के चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. इस लापरवाही की शिकायत जब गांव के कुछ अभिभावकों ने सुहागपुरा प्रधान भरत पारगी से की, तो प्रधान पारगी ने स्कूल का जायजा लिया, जिसमें प्रधानाध्यापक सहित सात अध्यापक स्कूल से छुट्टी पर चल रहे हैं. इस पर उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को मौके पर बुलाया और नाराजगी जाहिर की. इस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने भी जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. इस पूरे मामले से प्रधान भरत पारगी ने विधायक रामलाल मीणा को भी अवगत कराया है. ऐसे शिक्षकों पर जो बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है, कार्रवाई की मांग की है.