राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

बीपीएड की फर्जी डिग्री दिलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, दो मुख्य आरोपी और तीन अभ्यर्थी गिरफ्तार - बीपीएड की फर्जी डिग्री

प्रतापगढ़ के तीन अभ्यर्थियों को फर्जी बीपीएड डिग्री पेश करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही फर्जी डिग्री दिलाने वाले गिरोह के दो मुख्य आरोपियों को भी पकड़ा गया (Fake degree provider gang busted in Pratapgarh) है.

5 accused arrested in fake degree case including 3 aspirants in Pratapgarh
बीपीएड की फर्जी डिग्री दिलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, दो मुख्य आरोपी और तीन अभ्यर्थी गिरफ्तार

By

Published : Nov 21, 2022, 8:52 PM IST

प्रतापगढ़. कोतवाली पुलिस ने बीपीएड की फर्जी डिग्री दिलाने वाले एक गिरोह का सोमवार को भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस मामले में फर्जी डिग्री बनाने वाले दो आरोपी समेत तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें से तीन अभ्यर्थी जिले में नौकरी के लिए चयन सूची में चयनित भी हो गए (3 aspirants arrested for using fake degrees) थे.

थाना प्रभारी रविंद्रसिंह ने बताया कि गत दिनों प्रतापगढ़ जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक शिक्षा) वसुमित्र सोनी ने प्रकरण दर्ज करवाया था. जिसमें बताया गया था कि मांगीलाल पण्डया, सतीश कुमार कलाल व विनोद सालवी ने आवेदन पत्र के साथ बीपीएड परीक्षा 2014 की फर्जी अंक तालिका लगाई है. ये अंक तालिका पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ तथा बीपीएड कॉलेज की लगाई गई है. रिपोर्ट में बताया कि यह डिग्री फर्जी है.

पढ़ें:खुद का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया, फिर नए नाम और फर्जी दस्तावेज से लगा सेना में, ये है पूरा मामला...

शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया. इसके साथ ही विश्वविद्यालय से इन डिग्रियों का वेरिफिकेशन करवाया गया. जिसमें ये डिग्रियां फर्जी निकलीं. मामले को लेकर पुलिस ने टीम का गठन किया. टीम ने प्रतापगढ़ जिले में अंतिम सूची में चयन हुए अभ्यर्थी सतीशकुमार पुत्र देवीलाल कलाल व विनोद पुत्र रामलाल सालवी और मांगीलाल पुत्र तोलाराम की तलाश की. पुलिस ने तीनों को 14 नवंबर को गिरफ्तार किया. तीनों के भर्ती होने के लिए काम में ली गई फर्जी मूल तीनों डिग्रियां, माईग्रेशन प्रमाण पत्र, चरित्र प्रमाण पत्र बरामद किए गए.

पढ़ें:दसवीं की फर्जी मार्कशीट से 3 युवक बने ग्रामीण डाक सेवक, सत्यापन में खुली पोल, मामला दर्ज

अनुसंधान के बाद तीनों को न्यायालय में पेश किया गया. जहां से न्यायिक अभिरक्षा में भिजवाया गया. अनुसंधान में तीनों आरोपियों ने बताया कि ये डिग्रियां व दस्तावेज भीमराज पुत्र हीरालाल मीणा ने उपलब्ध कराई थीं. इस पर पुलिस ने भीमराज को गिरफ्तार किया. अनुसंधान के बाद फर्जी डिग्रियां बनाने वाले मुख्य आरोपी प्रेमसिंह पुत्र जगदीशसिंह राठौड़ को गिरफ्तार किया. उसे न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया गया. पुलिस की ओर से मामले में अनुसंधान किया जा रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details