प्रतापगढ़.जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित मेडिकल मोबाइल यूनिट की ओर से अभी तक 15 सौ से ज्यादा रोगियों का उपचार किया जा चुका है. कोरोना संक्रमण के इस दौर में लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए जिले में 14 मोबाइल ओपीडी यूनिट संचालित की जा रही है.
14 मोबाइल ओपीडी कर रही लोगों का इलाज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर वीके जैन ने बताया कि जिले में कोविड-19 के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए और उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से सजग है. लोगों को घर-घर मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेडिकल मोबाइल यूनिट की शुरुआत की गई थी.
उन्होंने बताया कि जिले में वर्तमान में 14 मोबाइल ओपीडी यूनिट संचालित की जा रही है. प्रत्येक उपखंड पर दो-दो मोबाइल यूनिट और जिला मुख्यालय पर चार अतिरिक्त मोबाइल यूनिट संचालित की जा रही है. जिसमें मरीजों का घर-घर जाकर उपचार किया जा रहा है. साधारण रूप से बीमार मरीजों को निःशुल्क दवाई भी प्रदान की जा रही है. साथ ही जो मरीज गंभीर होते हैं उन्हें चिकित्सा के लिए रेफर भी किया जा रहा है. अभी तक जिले में मोबाइल ओपीडी यूनिट की ओर से 15 सौ से ज्यादा मरीजों का उपचार किया जा चुका है.
इनका हो रहा है उपचार-
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन के चलते गर्भवती महिलाओं, किडनी, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, खांसी जुखाम और बुखार वाले मरीजों को अस्पताल पहुंचने में असुविधा हो सकती है. इसके लिए राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में मोबाइल ओपीडी यूनिट का संचालन शुरू किया गया है. मोबाइल मेडिकल यूनिट की ओर से उपचारात्मक सेवाओं के तहत रोगों का उपचार, तपेदिक, मलेरिया, कुष्ठ रोग के साथ ही अन्य स्थानीय संक्रमक रोगों का पता लगाने के लिए डॉक्टरों की ओर से जांच की सुविधा उपलब्ध है.
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इसके साथ ही मोबाइल ओपीडी वैन के शुरू होने से मरीजों को छोटी-छोटी बीमारियों के जांच और उपचार के लिए अस्पताल के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. ऐसे में कोरोना संक्रमण से बचाव में भी सहायता मिलेगी. जिले में लगातार मिल रहे कोरोना पेशेंट के कारण अस्पताल जाने में लोगों को डर लग रहा है. ऐसे में मोबाइल ओपीडी के चलने से मरीजों को काफी हद तक मदद मिल रही है.
कोरोना के खिलाफ जंग में स्वास्थ्य कर्मियों का विशेष योगदान-
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में चिकित्सा विभाग मुस्तैद है. मोबाइल ओपीडी से लोगों के उपचार के साथ-साथ घर-घर सर्वे और स्क्रीनिंग कार्य में तेजी लाई गई है. नर्सिंग स्टाफ सुबह से शाम तक डोर टू डोर सर्वे कर लोगों से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लेने में जुटा है. कोरोना के संभावित लक्षण वाले लोगों की सूची बनाई जा रही है. वहीं जुकाम, बुखार और खांसी से पीड़ित लोगों को तत्काल चिकित्सकीय सलाह लेने के लिए कहा जा रहा है. चिकित्सा कर्मी स्क्रीनिंग के कार्य में भी जुटे हुए हैं.