जैतारण (पाली). जिले के जैतारण कस्बे के सेंदाड़ा ग्राम पंचायत के केसरपुरा में दो भाइयों ने सकारात्मक पहल की है. दोनों भाइयों ने अपनी मां के मृत्यु के बाद मृत्युभोज की राशि शिक्षा और सामाजिक कार्यों में खर्च करने का संकल्प लिया है. साथ ही मृत्युभोज को कुरीति बताते हुए इसे मिटाने का आह्वान किया.
सेन्दड़ा ग्राम पंचायत के केसरपुरा राजस्व ग्राम के मुंदा की मोर बाडिया में मृत्यु भोज को लेकर एक बहुत ही अनुकरणीय उदाहरण देखने को मिली है. भाइयों ने अपनी मां लाडी देवी उम्र 100 साल पत्नी स्व. नाथू सिंह चौहान की मृत्यु के बाद मृत्यु भोज ना कर समाज में अनूठा संदेश दिया है. दोनों भाइयों ने मृत्युभोज में खर्च होने वाली राशि को शिक्षण संस्थानों और धार्मिक कार्य के लिए खर्च करने की बात कही है.