पाली.कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन जैसी स्थिति को अब 1 साल पूरा होने को है. एक बार फिर से कोरोना संक्रमण नए रूप में देश में दहशत फैला रहा है. देश के 6 राज्यों में शुरू हुआ कोरोना संक्रमण के दूसरे स्ट्रेन का असर अब धीरे-धीरे और राजस्थान के सभी जिलों में नजर आने लगा है. पाली जिले में भी एक बार फिर से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा सामने आने लगा है.
इधर, पाली इस संक्रमण को लेकर पूरी तरह से बेपरवाह नजर आ रहा है. पाली जिले के सभी अस्पताल, बाजार, आम रास्ते व सार्वजनिक स्थान सभी जगह बेपरवाह भीड़ नजर आ रही है. जिनमें ना सोशल डिस्टेंस है, ना ही किसी ने मास्क पहना है. ऐसे में खतरनाक मान चुके कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से लोगों को बचाना पाली प्रशासन के सामने कड़ी चुनौती बनकर उभर रहा है. पाली प्रशासन की ओर से हर दिन अधिकारियों की बैठक लेकर एक नई रूपरेखा तैयार की जा रही है. लेकिन पाली वासियों की लापरवाही प्रशासन के हर काम पर पानी फेर रही है.
दरअसल, पाली में पिछले 5 दिनों से संक्रमित मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है. प्रवासियों की दस्तक के साथ पाली में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पहुंच चुकी है. और इसकी चपेट में पाली के लोग भी आना शुरू हो चुके हैं. पाली प्रशासन की ओर से इस संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि प्रशासन के इस काम में पानी की जनता किसी भी प्रकार से सहयोग नहीं कर रही है.
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पिछले 1 माह से धारा 144 जिले में प्रभावी कर रखी है. लेकिन इनके बावजूद प्रतिदिन पाली जिला मुख्यालय पर अधिकारियों के आंखों के सामने हजारों लोगों की भीड़ धरना प्रदर्शन कर रही है. अस्पतालों में प्रतिदिन अलग-अलग शिविर का आयोजन कर हजारों लोगों को इकट्ठा किया जा रहा है. जिनमें किसी भी प्रकार की सतर्कता नहीं बरती जा रही है. अब ऐसे में इस बेलगाम भीड़ से फैलने वाला संक्रमण पाली में किस प्रकार के परिणाम देगा. इसे प्रशासन पूरी तरह से भाप चुका है.