पाली.निकाय चुनाव को लेकर 1 नवंबर से आवेदन की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है, जिसके चलते राजनीतिक गलियारों में दोनों ही पार्टियों में सरगर्मियां तेज हो चुकी है. पाली नगर परिषद चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी के कार्यकर्ता अपने आला पदाधिकारियों के आगे अपनी दावेदारी ठोक चुके हैं. जिसके बाद अब गुरुवार शाम तक पाली के 65 वार्डों में प्रत्याशियों के चेहरे साफ होने की उम्मीद लगाई जा रही है.
लेकिन इन कयासों के बीच इस बार दोनों ही पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती पाली चेयरमैन के लिए सक्रिय महिला कार्यकर्ता के चेहरे को आगे लाना है. दोनों ही पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं की ओर से पिछले 5 सालों से पार्टी के लिए सक्रिय भूमिका निभाने वाले चेहरे को इस बार आगे लाने का दावा किया जा रहा है. लेकिन समस्या यह है कि दोनों ही पार्टी के पास अभी तक सीधे तौर पर पाली नगर परिषद के चेयरमैन पद के लिए ओबीसी महिला के चेहरे का संकट बना हुआ है.
ऐसे में एक बार फिर से राजनीति की पुरानी परंपरा के तहत पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता अपने रिश्तेदार महिलाओं को ही चेयरमैन का चेहरा बनाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. दरअसल, इस बार पाली नगर परिषद चेयरमैन पद के लिए ओबीसी महिला सीट के रूप में आरक्षित की गई है.