पाली.भारत में प्रदूषण की समस्या चिंता का विषय है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से हाल ही में जारी की गई प्रदूषण रिपोर्ट और टॉप 10 शहरों के जो नाम जारी किए गए हैं, उनमें से 9 शहर भारत में हैं. यह भारत के लिए चिंताजनक है.
प्रदूषण लगातार इतना बढ़ रहा है, कि अब गर्भ में पल रहा बच्चा भी सुरक्षित नहीं है. भारत सरकार ने पिछले दिनों 102 शहरों की प्रदूषण की रिपोर्ट निकाली, जिनमें पाली जिला भी शामिल है. पाली का प्रदूषण भी इतना खतरनाक हो चुका है, कि यहां लोगों को फेफड़े के कैंसर, टीबी और अस्थमा जैसी गंभीर बीमारियां जकड़ रहीं हैं. इतना ही नहीं यहां गर्भ में पलने वाले बच्चे पर भी इस प्रदूषण का असर नजर आया है. नेशनल कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर सूर्यकांत त्रिपाठी ने यह बात कही है. उन्होंने अपने शोध को ईटीवी भारत के साथ शेयर किया.
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डॉ. सूर्यकांत त्रिपाठी ने बताया, कि उन्होंने पिछले 3 सालों में प्रदूषण के बाद लोगों में रोग को लेकर खासा बदलाव देखा है. अब तक टीबी जैसे रोग लोगों में बीड़ी पीने या संक्रमण से फैल रहे थे. लेकिन पिछले 3 सालों में जो मरीज सामने आए हैं, वह प्रदूषण की वजह से अस्थमा, टीबी और फेफड़े जैसे कैंसर से ग्रसित होकर आए हैं. इसको लेकर सरकार की ओर से एक क्लीन एयर प्रोग्राम भी चलाया गया है. जिसमें पाली जिले को भी शामिल किया है.