पाली. जिले के सुमेरपुर से करीब ढाई महीने पहले चोरी हुए ट्रैक्टर ट्रॉली को खोजने के लिए सुमेरपुर पुलिस के हेड कांस्टेबल जलाराम 8 दिन तक आदिवासी बनकर कर आदिवासी क्षेत्रों के जंगलों में घूमते रहे. उन्होंने उदयपुर पाली और राजसमंद जिले के आदिवासी क्षेत्रों की पूरी खाक छानमारी. जिसके बाद आखिरकार क्षेत्र से चोरी होने वाले ट्रैक्टर के मुख्य आरोपी रमेश पुत्र प्रभु राम गरासिया निवासी कुंडाल, मांडवा को गिरफ्तार कर लिया गया.
चोर को पकड़ने के लिए पुलिस बनी 'आदिवासी', 8 दिन तक जंगलों की खाक छानने के बाद शातिर को दबोचा
पाली में पुलिस ने दिखाई चतुराई.. बता दें कि सुमेरपुर से करीब ढाई महीने पहले चोरी हुए ट्रैक्टर ट्रॉली को खोजने के लिए सुमेरपुर पुलिस के हेड कांस्टेबल जलाराम 8 दिन तक आदिवासी बनकर कर आदिवासी क्षेत्रों के जंगलों में घूमते रहे. उन्होंने उदयपुर पाली और राजसमंद जिले के आदिवासी क्षेत्रों की पूरी खाक छानमारी. जिसके बाद आखिरकार क्षेत्र से चोरी होने वाले ट्रैक्टर के मुख्य को गिरफ्तार कर लिया गया. पढ़ें पूरा मामला...
जानकारी के अनुसार उसकी निशानदेही पर पुलिस ने खरीदार लक्ष्मण पुत्र फौजा राम गमेती निवासी उपला कोटडा को भी गिरफ्तार कर उसके पास से ट्रैक्टर बरामद कर लिया है. वहीं मुख्य आरोपी शातिर चोर और नकजबन को कोटडा पुलिस के सहयोग से सुमेरपुर लाया गया है. जिसके बाद उदयपुर पुलिस ने वहां के रिकॉर्ड मांगे हैं.
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सुमेरपुर थाना प्रभारी रविंद्र सिंह खींची ने बताया कि पुलिस ने दो बार पहले भी प्रयास किया. मगर आरोपी हाथ से निकल गया था. बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई में कोटड़ा थाना पुलिस का सहयोग रहा और वहां से स्थानीय मुखबीरों का सहयोग लिया गया. बता दें कि गत 18 जनवरी को शिव कॉलोनी में रहने वाले रमेश कमलेश कुमार मीणा के घर के बाहर से ट्रैक्टर ट्रॉली चोरी हो गई थी. इसके बाद दुकानों के सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर इन आरोपियों का पता चल गया था.