पाली. निकाय चुनाव को लेकर दोनों ही बड़ी पार्टियों के सामने टिकट वितरण एक कड़ी चुनौती साबित हो रहा है. जहां 1 नवंबर से निकाय चुनाव को लेकर नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. वहीं पाली शहर में अभी कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही अपने 65 वार्डों पर दावेदारों के चेहरों के नाम सार्वजनिक नहीं किए है.
निकाय चुनाव में टिकट का झमेला जानकारी के अनुसार अंदर ही अंदर पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं को तैयारी करने का इशारा कर दिया है और लोगों ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कार्यकर्ता लिस्ट का इंतजार कर रहे है.
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वहीं गुरुवार देर रात तक भाजपा और कांग्रेस के पदाधिकारियों ने लिस्ट आने का दावा किया जा रहा था, लेकिन दोनों ही पार्टी के पदाधिकारियों ने अभी तक लिस्ट को जारी नहीं किया है. जिसके चलते 65 वार्डों में से कुछ वार्ड के संभावित नामों की सूची सुर्खियों में आई थी. इस सूची के आने के बाद में अपनी-अपनी आपत्तियां लेकर रात 2 बजे तक पाली विधायक ज्ञानचंद पारख के घर भाजपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा नजर आया.
बात करें पाली शहर में कांग्रेस की तो कांग्रेस भवन में दिनभर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा रहा. जिलाध्यक्ष चुन्नीलाल चाडवास की अध्यक्षता में कई बार बैठक और कई नामों पर विचार मंथन किया गया. इस विचार मंथन के बाद में अंतिम सूची को प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों के पास भेज दिया गया है.
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गुरुवार देर रात तक कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा के साथ ही कांग्रेस की ओर से भी प्रथम सूची जारी कर दी जाएगी, लेकिन देर रात इंतजार करने के बाद में भी कांग्रेस की ओर से भाजपा की तरह ही नामों को रोकने की बात आ गई और अब दोनों ही पार्टियों की ओर से शायद एक दिन बाद 65 वार्डों को लेकर अपने प्रत्याशियों के नाम की लिस्ट को सार्वजनिक किए जाने की संभावना है. इन दोनों सूची का पिछले 3 दिनों से कार्यकर्ता इंतजार कर रहे हैं.