पाली.बीते तीन दिन पहले सांडेराव थाना प्रभारी पर तस्करों की तरफ से किए गए हमले और तस्करों को सूचना देने के मामले में पाली पुलिस के दो कांस्टेबल शामिल हैं. यह कांस्टेबल तस्करों को पुलिस के मूवमेंट की जानकारी देते थे. मामले का खुलासा होने के बाद में मंगलवार देर रात को पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने दोनों ही कांस्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया है. मामले की जांच बाली एएसपी बृजेश सोनी को सौंपी गई है.
कांस्टेबल तस्करों को देता था सूचना पुलिस के मुताबिक सिरियारी थाने में तैनात कांस्टेबल भीयाराम विश्नोई और चाणोद चौकी में तैनात कांस्टेबल अमलू राम विश्नोई के खिलाफ एसपी को शिकायत मिली थी. हाल ही में देसूरी, सांडेराव और बाड़मेर पुलिस दल पर फायरिंग करने वाले तस्कर जगदीश विश्नोई से इनका गठजोड़ है. बाड़मेर के दोनों आरोपी कांस्टेबल पर आरोप है कि तस्कर के लिए मुखबिरी कर पुलिस के मूवमेंट की जानकारी देते थे. इस शिकायत को एसपी कालूराम रावत ने गंभीरता से लेते हुए दोनों आरोपी कांस्टेबल को लाइन हाजिर करते हुए पूरे मामले की जांच एएसपी बृजेश सोनी को सौंपी है.
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बता दें कि रानी थाना क्षेत्र के सांवलता निवासी जगदीश विश्नोई ने दो महीने पहले मादक पदार्थो की खेप लेकर जाते समय देसूरी पुलिस पर फायरिंग की थी. उस दौरान कांस्टेबल घायल हो गया था. घटना के 1 महीने बाद 11 जनवरी को इसी तस्कर ने सांडेराव थाना प्रभारी और उसकी टीम पर जानलेवा हमला कर किया था. पाली में पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने ज्वॉइन करते ही आरोपी तस्कर जगदीश को पकड़ने के लिए घेराबंदी की तो यह आरोपी बाड़मेर में पुलिस की घेराबंदी में फंस गया. जहां पर भी आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग की. लेकिन पाली पुलिस से मिले इनपुट के बाद बाड़मेर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. आरोपी अभी प्रोडक्शन वारंट पर सांडेराव थाना पुलिस की रिमांड पर है.
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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस के हत्थे चढ़े तस्कर जगदीश को देसूरी पुलिस पर फायरिंग करने के मामले में जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लाया गया है, जिसकी जांच सादड़ी थाना प्रभारी सुरजाराम के पास है. तस्कर जगदीश ने पूछताछ में बताया कि यह एमपी और चित्तौड़गढ़ की ओर से मादक पदार्थ लेकर राजसमंद से पाली में प्रवेश करता था. तस्करी का रूट सिरियारी देसूरी थाने इलाके से होता था. लेकिन देसूरी में पुलिस पर फायरिंग के बाद जिले भर में पुलिस अलर्ट हो गई, जिस पर तस्कर जगदीश को दोनों आरोपी कांस्टेबल ने पुलिस के मूवमेंट के साथ ही यह भी जानकारी दी कि सादड़ी इलाके में से होते हुए सांडेराव की ओर रूट सुरक्षित रहेगा. इसके बाद तस्कर जगदीश ने सांडेराव वाला जरूर अपनाया. लेकिन भनक लगने पर सांडेराव पुलिस ने नाकाबंदी की तो आरोपी ने उन पर हमला कर दिया.