पाली.जिले में जलसंकट के बादल अब ओर भी गहरे होते जा रहे है. अब तक पाली के लिए जीवनरेखा बना हुआ जवाई बांध अब सूखने की कगार पर है. बांध की स्थिति के बारे में बताएं तो अब अगले तीन दिन तक ही जवाई बांध पाली की जनता को पानी पिला पाएगा.
पाली का जवाई बांध सूखने की कगार पर...प्यास बुझाने के लिए डेड स्टोरेज का पानी किया जा रहा है सप्लाई - dead storage
पाली में जलसंकट बढ़ता ही जा रहा है. जिसके चलते अब पाली के लोगों की प्यास बुझाने के लिए डेड स्टोरेज से पानी निकाला जा रहा है.
जवाई बांध पाली का मुख्य रूप से पेयजल स्त्रोत है. इस पर पाली की 80 प्रतिशत जनता आधारित है. इस बांध में थोड़ा ही पानी बचा है. इसके बाद अब प्रशासन को जनता की हलक तर करने के लिए मजबूरन बांध के डेड स्टोरेज से 16 जुलाई से रोजना 4.35 एमसीएफटी पानी लिया जा रहा है.
बता दें कि बांध से यह पानी 30 जुलाई तक ही लिया जा सकेगा. इसके बाद बांध में बसे वन्यजीव मगरमच्छ, पक्षियों और अन्यजीवों के लिए भी बांध में पानी रखना होगा. जलदाय विभाग ने जवाई बांध से डेड स्टोरेज से 150 एमसीएफटी पानी खिंचने के लिए 75 हार्स पावर की 5 मोटरें और पाइप लाईन बिछाने का कार्य शुरू कर दिया गया है.