पाली. नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के साथ ही भाजपा का राजनीतिक संकट शुरू हो गया है. नामांकन के दिन भाजपा को वार्ड नंबर 35 से कोई प्रत्याशी नहीं मिल पाया.
ऐसे में भाजपा 35 नंबर वार्ड से अपने किसी भी प्रत्याशी को मैदान में नहीं उतार पाई. वही नामांकन की जांच के दिन बुधवार को भाजपा को दूसरा बड़ा झटका लगा है. भाजपा के वार्ड नंबर 55 से उम्मीदवार सवाई सिंह जैतावत का निर्वाचन विभाग ने नामांकन खारिज कर दिया है.
चुनाव से पहले ही भाजपा को झटका भाजपा को लगातार मिले झटकों के चलते पाली की राजनीति में काफी खलबली मच चुकी है. अब कांग्रेस इन दोनों ही वार्ड पर अपना आधिपत्य जमाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. वहीं भाजपा भी अब इन दोनों ही वार्ड से निर्दलीय उम्मीदवारों को अपने पक्ष में लाने की जुगत करते नजर आ रहे हैं.
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पाली निर्वाचन अधिकारी द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार वार्ड नंबर 55 से सामान्य सीट पर सवाई सिंह जैतावत ने भाजपा के बैनर तले अपना नामांकन भरा था. सामान्य के लिए अमानत राशि 4 हजार रखी गई थी, लेकिन सवाई सिंह ने अपनी अमानत राशि 2 हजार ही जमा करवाई. ऐसे में निर्वाचन विभाग ने नियमों का हवाला देते हुए सवाई सिंह जैतावत का नामांकन खारिज कर दिया.
आपको बता दें कि सवाई सिंह जैतावत वर्तमान में इसी वार्ड से भाजपा के पार्षद हैं और भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में भी उनकी छवि है. वहीं सवाई सिंह जैतावत के सामने इस बार कांग्रेस ने वर्तमान नगर परिषद, नेता प्रतिपक्ष भंवर राव को चुनावी मैदान में उतारा था. सवाई सिंह जैतावत के नामांकन खारिज होने के बाद कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष प्रत्याशी भंवर राव को निर्विरोध जिताने की जुगत में लग चुकी है.
हालांकि इसी वार्ड से कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जगदीश मेघवाल ने भी अपना नामांकन भरा है. भाजपा के पदाधिकारी जगदीश मेघवाल को मैदान में डटे रहने के लिए संपर्क कर रहे हैं तो वहीं कांग्रेस के आला पदाधिकारी मान मनवार कर जगदीश मेघवाल का नामांकन वापस दिलवाने की जुगत में लगे हुए हैं.
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भाजपा के वार्ड नंबर 40 शहर से भाजपा उम्मीदवार पुष्पा सोमनानी पत्नी किशोर सोमनानी की मुश्किलें भी बढ़ गई है. इनके द्वारा भरे गए नामांकन में ई-मित्र संचालक द्वारा पटवारी रिपोर्ट के कॉलम को फर्जी तरीके से भरने का मामला मंगलवार रात को सामने आया. फॉर्म की जांच के दौरान पकड़ी गई इस गलती के चलते पटवारी ने टीपी नगर थाने में ईमित्र संचालक धीरज और भावेश के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. इसके चलते पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया. उसके ईमित्र सेंटर से लैपटॉप व प्रिंटर बरामद किए हैं.
साथ ही न्यायिक आदेश पर आरोपित को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है. वहीं इस फॉर्म की जांच को लेकर कमेटी बिठाई गई है. उस कमेटी के अंतिम निर्णय के बाद वार्ड नंबर 40 पर भाजपा प्रत्याशी की स्थिति साफ हो पाएगी.
भाजपा को लगातार मिल रहे इस तरह के झटकों के कारण चुनाव से पहले ही भाजपा में काफी खलबली मची है. वही अभी की स्पष्ट स्थिति को देखें तो भाजपा 65 वार्डों में से 63 वादों पर ही अपनी राजनीति का जतन कर पाएगी.