पाली.जिले की बहुचर्चित मनोहर राजपुरोहित अपहरण मामले में अब राज्य सरकार की ओर से सीबीआई को इस मामले में जांच करने के लिए अनुशंसा की गई है. राज्य सरकार के गृह विभाग के शासन सचिव की ओर से सीबीआई को इस मामले की जांच के लिए अनुशंसा पत्र भेजा गया है.
पढ़ें- मनोहर अपहरण मामला: राजपुरोहित समाज ने दिया 15 दिन का अल्टीमेटम
मनोहर अपहरण मामले में पिछले लंबे समय से दोनों ही बड़ी पार्टियों के पदाधिकारियों की ओर से सीबीआई जांच की मांग की जा रही थी. 3 दिन पहले सुमेरपुर क्षेत्र में राजपुरोहित समाज की ओर से सीबीआई जांच की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया गया था. साथ ही विधानसभा को घेरने की चेतावनी भी दी गई थी. राज्य सरकार की ओर से सीबीआई को इस मामले की जांच करने की अनुशंसा पत्र लिखने पर राजपुरोहित समाज और कांग्रेस के नेता शिशुपाल सिंह ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया है.
राज्य सरकार ने CBI से की मामले के जांच की अनुशंसा बता दें कि सुमेरपुर क्षेत्र के नेतरा गांव में रहने वाला मनोहर राजपुरोहित 23 नवंबर 2016 को फालना में कोचिंग करने के लिए अपने स्कूल बस से रवाना हुआ था. वहां पर कोचिंग करने के बाद वह अपने घर नहीं पहुंचा. इसके चलते परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट फालना थाने में दर्ज करवाई थी. परिजनों को कई बार मनोहर को रिहा करने के लिए फिरौती देने के पत्र भी मिले थे. जिस पर परिजन कई बार फिरौती लेकर बताई जगह पर भी पहुंचे थे. लेकिन वहां फिरौती लेने के लिए कोई नहीं आया.
पढ़ें- पाली के मनोहर अपहरण मामले में CBI जांच की मांग, धरना प्रदर्शन की चेतावनी
परिवार की रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद से अब तक 4 साल में पुलिस के करीब 13 से ज्यादा अधिकारियों ने इस मामले की जांच की. लेकिन, अभी तक मनोहर राजपुरोहित का पता कोई भी नहीं लगा पाया. ऐसे में 3 दिन पहले राजपुरोहित समाज की ओर से इस मामले को लेकर सुमेरपुर में उग्र प्रदर्शन भी किया गया था. साथ ही समाज की नहीं सुनने पर विधानसभा घेराव की चेतावनी भी दी गई थी. इसके बाद शनिवार को सरकार की ओर से इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा करवाने की अनुशंसा की गई. जिसके बाद राजपुरोहित समाज ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को धन्यवाद भी ज्ञापित किया.