पाली.जिले में बदलता मौसम अब लोगों की सेहत पर भारी पड़ता नजर आ रहा है. पिछले कुछ दिनों में लगातार तापमान में हो रहे उतार-चढ़ाव के चलते पाली का बांगड़ अस्पताल अब मरीजों से अटा हुआ नजर आ रहा है. स्थिति यह है कि डॉक्टरों को अपना सिर ऊपर करने की फुर्सत नहीं मिल रही है, क्योंकि मरीजों की कतारें उनके कमरे से कम होने का नाम नहीं ले रही हैं.
पाली के बांगड़ अस्पताल में मरीजों की लंबी कतार सबसे ज्यादा पाली के जिला मुख्यालय स्थित बांगड़ अस्पताल में सर्दी, खांसी, बुखार व जुकाम के मरीज सामने आ रहे हैं. लगातार इन मरीजों की बढ़ती संख्या का कारण डॉक्टर तापमान में उतार-चढ़ाव बता रहे हैं. इसके चलते बांगड़ अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या प्रतिदिन 1200 से पार पहुंच चुकी हैं.
यह भी पढे़ें-शिक्षा का बजट-2020 : शिक्षा को मिले 39 हज़ार 524 करोड़ रुपए, यहां देखें शिक्षा क्षेत्र की प्रमुख घोषणाएं
तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव
बांगड़ अस्पताल की वरिष्ठ चिकित्सकों की मानें तो पाली में पिछले 10 दिनों में तापमान में काफी अंतर आया है. वर्तमान हालात देखें, तो दिन का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है. वहीं, रात का तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक देखने को मिल रहा है. ऐसे में दिन और रात के तापमान में अंतर के कारण लोग सबसे ज्यादा मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. लोगों की सेहत को लेकर इस बदलते मौसम में लापरवाही उन्हें बुखार, जुखाम, खांसी, उल्टी दस्त का मरीज बना रही है और उन्हें सीधा अस्पताल आने पर मजबूर कर रही है.
डॉक्टरों का कहना है, कि अभी मौसम के बदलने के साथ ही वातावरण में धूल मिट्टी भी बढ़ चुकी है. साथ ही फसलों की कटाई का समय है. इसके कारण कीट पतंगे भी वातावरण में मिलने लगे हैं. ऐसे में हर रोग की संभावना इस बदलते मौसम में साफ तौर पर देखी जाती है. इसी के कारण पाली के ओपीडी में मरीजों की संख्या काफी बढ़ चुकी है.
अस्पताल में प्रतिदिन ओपीडी का आकड़ा
- 19 फरवरी को पाली के बांगड़ अस्पताल की ओपीडी 1273 दर्ज की गई.
- 18 फरवरी को अस्पताल में 1082 मरीज अपना उपचार करवाने आए.
- 17 फरवरी को 1138 मरीज अपना उपचार करवाने आए.
यह भी पढ़ें-Rajasthan Budget 2020: मुख्यमंत्री सड़क सुरक्षा पुरस्कार की घोषणा, निजी अस्पतालों को करना होगा घायल का इलाज
डॉक्टरों की मानें, तो आने वाले समय में मरीजों का आंकड़ा और ज्यादा बढ़ेगा. इस वातावरण में मौसमी बीमारी की चपेट में खासे लोग आएंगे. डॉक्टरों ने साफ तौर पर मरीजों को हल्की परेशानी आते ही डॉक्टरों से उपचार लेने की अपील की है.