पाली. पाली में मानसून ने वैसे भी नियत समय से काफी देर बाद ही दस्तक दी है लेकिन उसके बाद भी प्रसाशन अपनी खामियों को पूरा नही कर पाया है. ऐसे में इनकी लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा हैं. पाली में 28 जुलाई को मानसून की पहली बरसात हुई है. इस एक हल्की-फुल्की बरसात ने ही पाली के कई मोहल्लों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है. इस स्थिति के बाद प्रशासन आनन-फानन में चेता और अब जनता को राहत पहुचाने के प्रयास कर रहा है.
पैाली प्रसाशन की लापरवाही, मोहल्लों में भरा बरसाती पानी
पाली मे भर रहा बारिश का पानी जो बन रहा है वहां के आम आदमीयों के लिए एक बड़ी समस्या. जनता को हो रही है काफी दिक्कत पर प्रशासन को कोई फर्क नही पड़ रहा.
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पाली में मानसून से पहले नगर परिषद को बरसाती पानी निकालने की व्यवस्था करने के लिए सभी सीवरेज नालों की सफाई करनी होती है. नगर परिषद के अधिकारियों ने शहर में यह काम समय पर पूरा करने का दावा किया था और पाली में मानसून भी 25 दिन देर से आया. इसके बाद भी नगर परिषद ने सीवरेज नालों को साफ करने का कार्य पूरा नहीं किया. ऐसे में पहली बार हुई बरसात का पानी नहीं निकल पाने से शहर की कई बस्तियों में पानी इकट्ठा हो गया है, जिससे वहां पर बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. इन बस्तियों में मुख्यतः पठान कॉलोनी, नयागांव, सूर्या कॉलोनी, जगदंबा नगर, रेलवे स्टेशन क्षेत्र, सुभाष नगर क्षेत्र सहित और भी कई क्षेत्र आते हैं जहां बरसाती पानी लोगों के घरों तक पहुंच चुका है.