पाली.जिले में मानसून ने अपनी दस्तक दे दी है. पाली के सभी क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी है. समय पर आए मानसून के चलते अब पाली के जवाई बांध सहित 52 बांधों में जल्द ही पानी की आवक की उम्मीद है. इस बार सबकी नजर पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े और पाली के एक मात्र पेयजल स्त्रोत जवाई बांध पर टिकी हुई है.
फिलहाल, जवाई बांध में पहले से 22 फीट पानी उपलब्ध है. अब खास बात यह है कि मौसम विभाग ने पाली में इस बार 96 प्रतिशत बारिश की उम्मीद जताई है. आगामी कुछ दिनों में पाली में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो जाएगा. सब कुछ सही रहा तो जवाई केचमेंट एरिया में पानी की आवक जल्द ही शुरू हो जाएगी और जवाई बांध समय से पहले भर जाएगा.
जवाई बांध ने जगाई पाली की उम्मीद, देखें रिपोर्ट अगर बीते वर्ष की बात करें तो जून माह के अंत में डेड स्टोरेज से पेयजल सप्लाई जवाई बांध से शुरू कर दी गई थी और पाली की हलक तर करने के लिए वाटर ट्रेन भी मंगवानी पड़ी थी. लेकिन जुलाई 2019 के प्रथम सप्ताह में पाली में हुई अच्छी बारिश के चलते ही जवाई बांध का जलस्तर काफी बढ़ गया और पाली को राहत मिल गई और उसके बाद सक्रिय हुए मानसून के चलते जवाई बांध पूरी तरह से भर गया.
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जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की मानें तो पाली में पाली के सबसे बड़े जवाई बांध में वर्तमान में 22 फीट गेज पर पानी उपलब्ध है. अगर अनुपात की बात करें तो जवाई बांध में वर्तमान में पाली जिले को सितंबर तक पिलाने के लिए पानी उपलब्ध है. इस पानी की भराव क्षमता 1348. 20 MCFT पानी है. इसमें से 550 MCFT पानी डेड स्टोरेज और 798.20 MCFT पानी लाइव स्टोरेज में बचा हुआ है.
पाली में वर्तमान में बारिश के हालातों की बात करें तो प्री मानसून में भी अच्छी बारिश हुई और अब मानसून के प्रवेश के चलते पाली में वर्तमान में भी अच्छी बारिश की उम्मीद जताई जा रही है. गत वर्ष जिले में 476.68 एमएम बारिश दर्ज की गई थी. अभी मानसून के प्रवेश के साथ पाली जिले में 36.02 एमएम बारिश हो चुकी है.
बता दें कि पाली में जल संसाधन विभाग के पास 52 बांध है, जो बारिश के समय पूरी तरह से भर जाते हैं. इन सभी बांधों में जवाई बांध सबसे बड़े बांध के रूप में है. पूरे पाली जिले की पेयजल व्यवस्था जवाई बांध से ही सप्लाई की जाती है. इस बांध से वर्तमान में जिले के 9 शहर और 563 गांव में पानी सप्लाई किया जा रहा है.
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गत वर्ष पाली में 476.68 एमएम बारिश होने के चलते जवाई बांध में पानी की अच्छी आवक हुई थी. इसके चलते साल भर पाली जिले के हलक तर करने के बाद भी जवाई बांध में वर्तमान में 1348.20 एमसीएफटी पानी बचा हुआ है. इस पानी से पाली की जनता की 3 माह तक आसानी से प्यास बुझाई जा सकती है.
वहीं, इस बार मानसून ने भी पाली में समय पर दस्तक दे दी है. इस बार मौसम विभाग भी पाली में 96 प्रतिशत बारिश की संभावना जता रहा है. ऐसे में जल संसाधन विभाग के अधिकारी भी जवाई बांध जल्द ही भरने की उम्मीद लगा रहे हैं. जिससे जिले में इस बार पेयजल संकट पूरी तरह से खत्म होने की आस है.
अधिकारियों ने बताया कि मानसून से पहले ही उन्होंने सभी बांध के गेट को दुरुस्त करवा दिया है. साथ ही सभी बांधों पर मॉनिटरिंग के लिए कर्मचारी नियुक्त कर दिए हैं. साथ ही पाली जिला मुख्यालय पर कंट्रोल रूम भी स्थापित कर दिया है. अब पूरे पाली की नजर बारिश और जवाई बांध के गेट खुलने पर रहने वाली है.
ब्लॉकवार पाली में बारिश की स्थिति
- पाली में औसत 387.6 MM बारिश होती है, अभी 23.20 MM हो चुकी.
- रोहट में औसत 357.18 MM बारिश होती है, अभी 25 MM हो चुकी.
- बाली में औसत 555.22 MM बारिश होती है, अभी 59 MM हो चुकी.
- देसूरी में औसत 611.08 MM बारिश होती है, अभी 60 MM हो चुकी.
- सोजत सिटी में औसत 415.99 MM बारिश होती है, अभी 18 MM हो चुकी.
- मारवाड़ जंक्शन में औसत 479.92 MM बारिश होती है, अभी 54 MM हो चुकी.
- जैतारण में औसत 405.45 MM बारिश होती है, अभी 58 MM हो चुकी.
- रायपुर में औसत 480.92 MM बारिश होती है, अभी 24 MM हो चुकी.
- सुमेरपुर में औसत 495.92 MM बारिश होती है, अभी 16 MM हो चुकी.