पाली. शहर के बांगड़ अस्पताल में टेस्टिंग सेंटर के पास पूर्व सीएमएचओ के पुत्र मनोरोगी गौरव वैष्णव पर हुए जानलेवा हमले के मामले में राजस्थान राज्य मानव अधिकार आयोग ने हस्तक्षेप किया है. मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायाधिपति गोपाल कृष्ण व्यास ने इस मामले में पुलिस अधीक्षक से 25 फरवरी तक तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है.
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बता दें कि 10 जनवरी को कोतवाली थाना क्षेत्र की सीमा में आने वाले बांगड़ अस्पताल के कोरोना टेस्टिंग सेंटर के पास मनोरोगी गौरव वैष्णव पर रात को कुछ बदमाशों ने जानलेवा हमला कर दिया था. बदमाशों ने पहले उसे गाड़ी से टक्कर मारी और उसके बाद उस पर लाठियों व सरियों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया. जिससे वह लहूलुहान होकर वहीं पर गंभीर घायल हो गया. घटनास्थल से करीब 50 कदम की दूरी पर ही बांगड़ अस्पताल की पुलिस चौकी थी. लेकिन पुलिस भी इस दौरान मौके पर नहीं पहुंची.
बताया जा रहा है कि मनोरोगी गौरव वैष्णव के मानसिक हालत सही नहीं होने के चलते वह अधिकतर समय बांगड़ अस्पताल में ही इधर-उधर घूमता रहता है. कई बार उसने बांगड़ अस्पताल परिसर के कैंटीन अस्पताल परिसर में खड़े वाहनों को नुकसान पहुंचाया है. करीब 3 माह पहले उसने इसी तरह की हरकत अस्पताल में भी की थी. इस दौरान अस्पताल में उपचार कराने एक गाड़ी में सवार होकर आए पूरे परिवार पर उसने हमला कर दिया था. कई बार इसके द्वारा अस्पताल के कैंटीन में तोड़फोड़ की जा चुकी है. इस हमले के पीछे भी अस्पताल परिसर में खड़ी होने वाली एंबुलेंस व कैंटीन संचालकों द्वारा उसके साथ मारपीट की आशंका भी लगाई जा रही है.