पाली. जिले में फेस्टिवल सीजन शुरू हो चुका है. इस फेस्टिवल सीजन के तहत पाली के बाजार अब चमकने लगे हैं. साथ ही दीपावली के पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाने के लिए पटाखा बाजार भी सज चुका है, लेकिन अभी पटाखा व्यवसायी असमंजस की स्थिति में नजर आ रहे हैं.
राज्य सरकार की ओर से दीपावली की आतिशबाजी को लेकर अभी किसी भी प्रकार की गाइडलाइन जारी नहीं की गई है. ऐसे में इस दीपावली आतिशबाजी होगी या नहीं होगी, इसको लेकर व्यापारी अभी से चिंतित नजर आ रहे हैं. इन सभी व्यापारियों की नजर राज्य सरकार की ओर से जारी होने वाली गाइडलाइन पर है. इस बार सरकार की ओर से विजयादशमी के पर्व पर रावण दहन के कार्यक्रमों पर लगाई रोक के चलते इन व्यापारियों की चिंताएं और भी ज्यादा बढ़ गई हैं. विजयादशमी से इन व्यापारियों की पटाखों की बिक्री शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार रावण दहन का कार्यक्रम नहीं होने से इन व्यापारियों को खासा नुकसान हुआ है.
कोर्ट में है मामला...
बता दें कि इस बार कोरोना संक्रमण के चलते आतिशबाजी को लोगों के लिए नुकसानदायक बताते हुए मानवाधिकार आयोग की ओर से यह मामला कोर्ट में भेजा गया था. इसके कारण पिछले दिनों राजस्थान हाईकोर्ट की ओर से सरकार से सवाल भी पूछा गया था कि इस बार आतिशबाजी की जाए या नहीं. इस पर सरकार की ओर से अभी तक हाईकोर्ट में जवाब तलब नहीं किया गया है. लेकिन अचानक से प्रदेश में उठे इस मुद्दे के चलते पटाखा व्यापारियों की चिंताएं बढ़ चुकी हैं.
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