पाली. जिले से कोरोना संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेकर जोधपुर और जयपुर भेजे जा रहे थे. अब पाली की जनता को पाली प्रशासन को इस तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा. सरकार की ओर से पाली मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस संबंधी जांच की लैब स्थापित की जा रही है. इसको लेकर 2 करोड़ 32 लाख रुपए का बजट सरकार की ओर से मेडिकल कॉलेज को आवंटित किया गया है.
साथ ही सभी संबंधित मशीनें और लैब को तैयार करने का काम लगभग पूरा हो चुका है. जल्द ही पाली की मेडिकल कॉलेज में कोरोना संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच होना शुरू हो जाएगा. इसके शुरू होने के बाद में पाली प्रशासन को जांच रिपोर्टों के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
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बता दें कि पाली में लिए जाने वाले संदिग्ध मरीजों के सैंपल को जांच के लिए लगातार जोधपुर भेजा जा रहा है. लेकिन, जोधपुर में कोरोना वायरस के संक्रमण के हालातों को देखते हुए अब वहां पर जांच सैंपल की रिपोर्ट दो से 3 दिन देरी से आ रही है.
बताया जा रहा है कि वहां 2 हजार के करीब जांच सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है. इसके चलते सरकार ने सभी मेडिकल कॉलेज में इस तरह की लैब स्थापित करने को लेकर बजट जारी किया, जिसके तहत पाली में भी पूरी लैब तैयार कर दी गई है. सभी जांच की मशीनें यहां स्थापित कर दी गई है.
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मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों का कहना है कि जोधपुर और जयपुर से मशीनों की गुणवत्ता को जांचने के लिए सैंपल भेजे गए हैं, जिनकी जांच करने के बाद इन्हें वापस भेज दिया गया है. अब इन गुणवत्ता की जांच के आधार पर पाली मेडिकल कॉलेज को कोरोना वायरस के जांच की लैब शुरू करने के लिए लाइसेंस मिलते ही यहां पर लैब शुरू हो जाएगी, जिसमें प्रतिदिन ढाई सौ से ज्यादा सैंपल की जांच की जा सकेगी.