सुमेरपुर (पाली).बिसलपुर गांव स्थित आशापुरा माताजी मंदिर में करीब दो महीने पहले 15 लाख रुपए के जेवरात और अन्य सामान की चोरी हो गई थी. इस चोरी का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
मंदिर से जेवरात चुराने वाले गिरफ्तार सीआई रविंद्र सिंह खिंची ने बताया कि पिछले महीने 18 जुलाई को बिसलपुर पहाड़ी स्थित आशापुरा माताजी मंदिर पुजारी मालाराम पुत्र माणकाराम ने रिपार्ट देकर बताया कि वे आशापुरा माताजी मंदिर में पुजा-अर्चना करते हैं और मंदिर पर ही निवास करते हैं. गत 20 जून 20 रात वह हमेशा की तरह मंदिर में बने कमरे में सो रहे थे. रात में अज्ञात चोर मंदिर में घुस आए और जेवरात चोरी कर ले गए. जब पूजारी सवेरे पुजा करने के लिए सुबह 5 बजे उठे तो चोरी का पता चला. पुजारी ने बताया कि मंदिर में सीसीटीवी लगा हुआ था. जिसमें 10-12 व्यक्ति दिखाई दे रहे थे, सब हथियारों से लैस थे और मुंह ढ़के हुए थे.
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जिसके बाद पुलिस ने पुजारी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश के लिए विशेष टीम गठित की. टीम करीब 2 महीने से आरोपियों को तलाश रही थी लेकिन शातिर नकबजन अपने ठिकाने बदल रहे थे और पहाड़ी क्षेत्र होने का फायदा उठाकर भाग रहे थे.
इसी बीच टीम ने मुखबिर की सूचना पर शातिर नकबजन नाना थाना क्षेत्र के बेडा निवासी देवाराम पुत्र जसाजी पातेला निवासी कालुराम पुत्र वीरमाराम, रूपाराम पुत्र चेनाराम, दिनेश पुत्र वीरमाराम निवासी रेला की ढाणी, जुना बेडा निवासी रताराम पुत्र भावाराम, बाली थाना क्षेत्र के पीपला निवासी सोहनलाल पुत्र दलाराम, रिंकेश पुत्र कांतिलाल, कानाराम पुत्र भारताराम, मुंगलाराम पुत्र धन्नाराम, पीथाराम पुत्र कमला और धुनिया फली काकराडी निवासी मोतीराम पुत्र हुसाराम को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है.
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वहीं पुलिस अन्य नकबजनी की वारदातों के बारे में गहनता से पुछताछ कर रही है. सीआई ने बताया कि आरोपी वारदात करने से पहले भी मंदिर गए थे लेकिन मंदिर परिसर में ज्यादा लोग मौजुद होने से कामयाब नहीं हो पाए थे. इसके बाद दोबारा हथियारों से लैस होकर आरोपी आए और वारदात को अंजाम दिया. मंदिर के पूजारी सोए थे इसलिए कोई बड़ी वारदात नहीं हुई वरना आरोपी हमला कर सकते थे.