डीडवाना. एकबारगी देखने पर डीडवाना का पुलिस थाना कम बल्कि वाहनों का शोरूम नजर आता है. लेकिन यहां पड़ी गाड़ियां अनेक दुर्घटनाओं में जब्त वाहन और कई मामलों के कारण खड़े हैं. इनका लम्बे समय से निस्तारण नहीं हो पा रहा है. थाने में बंद पड़ी यह गाड़ियां लम्बे समय से अपने मालिकों के पास जाने की बाट जोह रही हैं. लेकिन न्यायालय में वाद का निस्तारण होने में सालों लग जाते हैं. इस कारण थाने में वाहन व अन्य सामान पड़े-पड़े कबाड़ में तब्दील होने लगे हैं. कबाड़ होने से यह वाहन किसी काम के नहीं रहते. वहीं चोरी के जब्त वाहनों के चेसिस व इंजन नम्बरों को चोर खराब कर देते हैं. जिससे उनकी पहचान मुश्किल हो जाती है. ऐसे वाहनों की कोर्ट के आदेश पर नीलामी की जाती है, लेकिन कबाड़ होने से यह वाहन भी कौड़ियों के भाव में ही बिकते हैं.
मालखाने में कबाड़ हो रहे हैं जब्त वाहन : पुलिस के मालखाने में मोटरसाइकिलों व स्कूटरों के साथ ही कार, जीप, ट्रक, शराब की बोतलें, चोरी में बरामद किया गया सामान, दहेज का सामान, बिजली के तार समेत अनेक सामान जब्त हैं. पुलिस के सामने इन सामानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी रहती है. खुले में पड़े होने से यह गाड़ियां खराब होती जा रही हैं. बारिश व तेज धूप के कारण गाडियों की हालत बदतर हो जाती है.