नागौर. जिले के दो शहरों में बने 9 केंद्रों पर शुक्रवार को कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का आयोजन हुआ. परीक्षा केंद्रों पर कोरोना गाइडलाइन, मास्क की अनिवार्यता और शारीरिक दूरी के नियमों की पालना होती दिखी, लेकिन शाम को परीक्षा खत्म होने पर बसों में कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ती नजर आई.
कांस्टेबल परीक्षा के बाद नागौर में सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन पुलिस प्रशासन की ओर से परीक्षा केंद्रों पर नकल रोकने और कोरोना गाइडलाइन की पालना के लिए तमाम प्रयास किए गए. लेकिन आवाजाही के साधनों की तरफ न प्रशासन ने गौर किया और न ही रोडवेज ने. ऐसे में जैसे ही शाम को परीक्षा खत्म हुई डीडवाना और कुचामन के बस स्टैंड पर परीक्षार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी. बस स्टैंड के साथ ही बसों में भी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आई.
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बसों में चढ़ने और उतरने के लिए परीक्षार्थियों के साथ ही आम यात्रियों को भी जद्दोजहद करते देखा गया. पहले दिन करीब 60 फीसदी परीक्षार्थी ही परीक्षा देने पहुंचे. जबकि 40 फीसदी अनुपस्थित रहे फिर भी रोडवेज बसों की कमी साफ दिखाई दी. परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में एंट्री से पहले हाथ सैनिटाइज करवाए गए उसके बाद उनको प्रवेश दिया गया.
जिले के 9 केंद्रों पर कुल 13,776 परीक्षार्थी पंजीकृत थे. इनमें से 5,614 परीक्षार्थी शुक्रवार को अनुपस्थित रहे. जबकि कुल 8,162 परीक्षार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया. आगामी दो दिन और डीडवाना और कुचामन शहर के 9 केंद्रों पर कांस्टेबल भर्ती परीक्षा होगी. तीनों दिन में कुल 41,328 परीक्षार्थी जिले के 9 केंद्रों पर पंजीकृत हैं.