मकराना (नागौर).जिले के मकराना सहित आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार सुबह हुई बरसात ने लोगों के कच्चे आशियाने उजाड़ दिए. साथ ही इस बारिश ने कई लोगों के खेतों में बोई गई फसल को भी भारी नुकसान पहुंचाया है. इसके अलावा इस बारिश की वजह से कई पेड़ भी धराशायी हो गए. हालांकि इससे अनहोनी घटना नहीं हुई है. वहीं किसानों को अपनी फसल को बचाने के लिए काफी प्रयास करने पड़े.
हालांकि मकराना शहर के आसपास के खेतों में पानी के प्रवेश कर जाने की वजह से बोई गई फसल को काफी नुकसान हुआ है. यहां पर किसानों ने अपनी फसल को बचाने के लिए पानी के बहाव को दूसरी ओर मोड़े जाने का प्रयास किया. लेकिन कई किसान इसमें असफल रहे तो कुछ किसानों ने समय रहते इस पर काबू भी पा लिया. जिसकी वजह से किसानों की फसल को बर्बाद होने से बचाया जा सका.
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किसानों का कहना है कि मकराना नगर परिषद के पास पानी निकासी को लेकर कोई विशेष इंतजाम नहीं होने की वजह से मकराना से सटे आसपास के गांवों के खलियानों में ये पानी प्रवेश कर जाता है. जिसके कारण ही यहां के नागरिकों और किसानों को काफी दुश्वारियां हो रही हैं. स्थानीय किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि नगर परिषद क्षेत्र के पानी निकासी की समुचित व्यवस्था की जाए, ताकि खेतों में बोई गई फसल को नुकसान होने से बचाया जा सके.
शुक्रवार को मकराना सहित आस पास के क्षेत्रों में हुई बारिश ने पूरे क्षेत्र को पानी से लबालब कर दिया. इस बारिश के कारण मकराना के कई खेतों में पानी का प्रवेश कर जाने के कारण फसलों को भारी नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है. शहर से सटी भाकरों की ढाणी के खेतों की सुरक्षा को लेकर खेत धारियों की ओर से बनाई गई बाड़ भी इस पानी के तेज बहाव के साथ बह गई.
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किसान लालुराम मुरावतिया ने बताया कि मकराना नगर परिषद की ओर से पानी निकासी को लेकर किसी भी प्रकार से व्यवस्था नहीं किए जाने की वजह से मकराना शहरी क्षेत्र का पानी भाकरों की ढाणी होते हुए यहां के खेतों में पानी प्रवेश कर जाता है. जिसकी वजह से किसानों को काफी मुश्किल होती है. पानी की इस समस्या के समाधान को लेकर कई बार मांग की जाती रही है, लेकिन नगर परिषद की ओर से अब तक किसी भी प्रकार से कार्रवाई नहीं की गई.