नागौर. साल के आखिर में टारगेट पूरा करने का डंडा ऐसा चला कि नागौर जिले के विद्युत विभाग के अधिकारी तपती दोपहरी में गांव ढाणियों में घूमते नजर आ रहे हैं. ऐसा ही नजारा नागौर जिले के गांव रूण में दिखाई दिया.
रूण गांव में बकाया वसूली के लिए विद्युत विभाग के आला अधिकारी भी तपती दोपहरी में गाँव-ढाणी और खेत-खेत पैदल घूमते हुए नजर आए. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अजमेर चीफ इंजीनियर एके जागेटीया ने बकाया वसूली के लिए दौरा किया था. इसी सिलसिले में नागौर के अधीक्षण अभियंता आरबी सिंह ने रूण, इंदोकली और अन्य गांव का दौरा किया और किसानों से बकाया वसूली में सहयोग देने के लिए कहा.
उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा की निगम का मकसद है कि किसानों को निर्बाध रूप से बिजली मिले. लेकिन बिल का पैसा भी समय पर आपको भरना जरूरी है. तभी डिस्कॉम और किसानों का संबंध और भी अच्छा बनेगा. उन्होंने बताया कि डिस्कॉम का उद्देश्य है कि किसानों को सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक पूरी बिजली मिले और कुछ हद तक डिस्कॉम के कर्मचारी और अधिकारी रात और दिन मेहनत करके बिजली दे रहे हैं. ऐसे में उपभोक्ताओं का भी फर्ज बनता है कि वो खुद पर बिजली के बिल का भार नहीं चढ़ाएं.
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ऐसे में विद्युत विभाग मजबूरीवश कनेक्शन काटने पड़ते हैं. इस मौके पर मूंडवा सहायक अभियंता अजीत कुमार पांडे ने बताया कि बकाया जमा कराने के लिए छुट्टी के दिन भी काउंटर खुले रखे जा रहे हैं. उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए, बकाया राशि, ऑनलाइन भी जमा कराया जा सकता है. बिजली विभाग के अधिकारियों के इस तरह गांव गांव घूमने का सकारात्मक परिणाम भी नजर आया. जहां कनिष्ठ अभियंता मुकेश कुमार कुमावत की अपील के मदैनजर क्षेत्र के किसानों ने 15 लाख रुपए हाथों हाथ जमा करवाए. वहीं राजीव गांधी सेवा केंद्र रूण में उपस्थित किसानों ने आश्वासन दिया कि वो जल्द बकाया बिल की राशि जल्द जमा कराएंगे. इस मौके पर नागौर मुख्यालय के AO दिनेश टेलर, अजमेर अधिशासी अभियंता मुकुल कुलश्रेष्ठ, मूंडवा केशियर ओमाराम गोदारा और डिस्कॉम के कार्मिक मौजूद रहे.