नागौर. जिले में नवसृजित ग्राम पंचायतों के कार्यालय इन दिनों थैले में चल रहा हैं. नागौर जिले में 282 ग्राम पंचायत में अब तक चुनाव हो चुके हैं. वहीं 33 नवसृजित ग्राम पंचायत को भवन का इंतजार हैं. पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव से पहले सरकार की ओर से कराए गए परिसीमन में नवसृजित नागौर जिले की 33 ग्राम पंचायतों को कामकाज के लिए कार्यालय भवन नहीं मिले हैं. जिससे सरपंचों को परेशानी हो रही है. यहां के सरपंच थैले में पंचायत कार्य को लेकर पंचायती कर रहे हैं.
परिसीमन के बाद नागौर जिले में कुल 500 ग्राम पंचायत हो गई हैं. जिनमें से 282 पंचायतों में चुनाव हो गए हैं, जबकि 218 पंचायतों में चुनाव होना बाकी है. जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी ने बताया कि नागौर पंचायत समिति की 40 ग्राम पंचायतों में 3 नवसृजित, मूंडवा की 31 ग्राम पंचायतों में 2 नवसृजित, मेड़ता की 41 ग्राम पंचायतों में 1 नवसृजित, रिया की 20 ग्राम पंचायत, डेगाना की 35 ग्राम पंचायतों में 4 नवसृजित, परबतसर की 42 ग्राम पंचायतों में 6 नवसृजित, मकराना की 40 ग्राम पंचायतों में 4 नवसृजित, कुचामन की 33 ग्राम पंचायतों में 2 नवसृजित, डीडवाना की 37 ग्राम पंचायतों में 4 नवसृजित, लाडनूं की 34 ग्राम पंचायतों में 2 नवसृजित, नावा की 24 ग्राम पंचायतों, मौलासर की 27 ग्राम पंचायतों में 1 नवसृजित, खींवसर की 35 ग्राम पंचायतों में 3 नवसृजित और भेरूदा की 23 ग्राम पंचायतों में 1 नवसृजित पंचायत बनी है.